** रोहतक. हुडा ग्राउंड में रविवार को अपनी मांगों को लेकर अतिथि अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
** रोहतक में जमा हुए अतिथि अध्यापक, सांसद दीपेंद्र हुड्डा को दिया अल्टीमेटम
** जान चली जाए लेकिन रोजगार नहीं छीनने देंगे
** सौतेला व्यवहार कर रही है सरकार
बीते सात सालों से शोषण का शिकार हो रहे प्रदेश भर से सैकड़ों अतिथि अध्यापकों ने नियमित करने की मांग को लेकर रविवार को रोहतक में हुडा ग्राउंड में जमकर प्रदर्शन किया।
दोपहर करीब 12 बजे हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के बैनर तले प्रदेश भर से अतिथि अध्यापक रोहतक पहुंचे। सांसद दीपेंद्र हुड्डा को ज्ञापन देने की जिद पर अड़े अतिथि अध्यापकों ने जब सीएम निवास की तरफ रुख करना चाहा तो पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। करीब एक घंटे तक प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच चली रस्साकशी के बाद डीएसपी सुमित कुमार और तहसीलदार प्रमोद चहल ने अतिथि अध्यापकों को सांसद का संदेश दिया कि वह उनसे मिलना चाहते हैं ।
तब जाकर माहौल कुछ शांत हुआ और अतिथि अध्यापकों का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पुलिस जीप में अस्थल बोहर स्थित हेलीपेड की तरफ रवाना हुआ। अतिथि अध्यापकों ने सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को ज्ञापन सौंपा और अल्टीमेटम दिया कि अगर 17 मार्च तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेंगे। इस पर दीपेंद्र ने अतिथि अध्यापकों को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से बात जरूर करेंगे।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक ने कहा कि सात वर्षों से कार्यरत अतिथि अध्यापकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। अतिथि अध्यापकों के अथक प्रयास से ही प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में शिक्षा का सुधार हुआ है।
संघ की प्रदेश महिला महासचिव सोनिया गिल ने कहा कि रोजगार बचाने के लिए अपने प्राण देने से भी वे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में करीब 16 हजार अतिथि अध्यापक कार्यरत है, लेकिन सरकार उनकी मांगो को लेकर गंभीर नहीं है। अब आश्वासन देने से काम नहीं चलेगा, अगर हमारा जायज हक नहीं मिला तो सड़कों पर उतर कर बड़ा आंदोलन करेंगे। ....DB
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