हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा की गई स्कूल कैडर (इतिहास लेक्चरर) की भर्ती एक बार फिर विवादों में घिर सकती है। आयोग द्वारा की गई भर्ती के दौरान एक्ससर्विसमैन कोर्ट में जिस पूर्व सैनिक के आश्रित का चयन किया गया है, उसकी भर्ती पर सवाल उठने लगे हैं।
यह खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षा विभाग द्वारा प्रदान की गई सूचना के तहत हुआ है। हाउसिंग बोर्ड निवासी सुरेश ने 9 जुलाई 2012 को शिक्षा विभाग से स्कूल कैडर (इतिहास लेक्चरर) की एक्स सर्विसमैन कोर्ट में की गई रोल नंबर 2353 की भर्ती के संबंध में सूचना मांगी थी। शिक्षा विभाग ने जो सूचना दी है, वह चौंकाने वाली है। आवेदक द्वारा भर्ती के लिए अपने आवेदन पत्र में जहां डीईएसएम (भूतपूर्व सैनिक का आश्रित) भर रखा है, लेकिन लोक सेवा आयोग ने बाद में आवेदन पर अलग से स्कैच पैन से ईएसएम (भूतपूर्व सैनिक) लिख दिया। लोक सेवा आयोग ने जिस रोल नंबर 2353 (भूतपूर्व सैनिक का आश्रित) का चयन किया है, वह शैक्षणिक योग्यता में भी रोल नंबर 2687 (भूतपूर्व सैनिक) से काफी पीछे है।
क्यों माना भूतपूर्व सैनिक का आश्रितहरियाणा सरकार के पत्र क्रमांक-12/37/79-जीएस-11 दिनांक 21-11-1980 के अनुसार अगर कोई एडहॉक पर काम कर रहा है या उसे किसी अन्य साधन से आमदनी हो रही है तो वह भूतपूर्व सैनिक के आश्रित की कैटेगरी में नहीं आ सकता है। आयोग ने जिस रोल नंबर 2353 का चयन किया है, वह 18 अक्टूबर 2006 से फार्म भरने तक की तिथि तक अतिथि अध्यापक (इतिहास लेक्चरर) के तौर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जंडवाला बागर (फतेहाबाद) में कार्यरत था। इसके बावजूद एचपीएससी ने उसका चयन भूतपूर्व सैनिक के आश्रित के तौर पर कर दिया।
आवेदकों का शैक्षणिक योग्यता का रिकॉर्ड
चयनित डीईएसएम चयन से वंचित ईएसएम
कक्षा प्राप्त अंक प्राप्त अंक
दसवीं 203 406
दसवीं एसएस 38 68
12वीं इतिहास 36 55
बीए इतिहास -- 82/150
पात्रता 201 221
. ....DJ
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