अम्बाला सिटी : हरियाणा सरकार ने शिक्षकों को स्कूली बच्चों के यूआईडी एकाउंट 31 मार्च तक खोलने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में न तो कंप्यूटर है और न ही इंटरनेट। सरकार ने बाहर से एकाउंट खुलवाने के लिए किसी प्रकार के फंड की व्यवस्था भी नहीं की है। ऐसे में फंड के बिना छात्रों के यूआईडी एकाउंट खोलने का काम अटक गया है।
जिले में 505 प्राइमरी,78 मिडिल, 68 हाई स्कूलों में कंप्यूटर और इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है। केवल सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में ही कंप्यूटर लगे हुए हैं। बताया जाता है कि हरियाणा सरकार ने जिला शिक्षा विभाग को 31 मार्च तक स्कूली बच्चों के यूआईडी एकाउंट खोलने का फरमान जारी किया है। ताकि अप्रैल के बाद मिलने वाले लाभ की राशि उनके नए ऑनलाइन एकाउंट में जमा हो जाएं। स्कूलों में कंप्यूटर और इंटरनेट न होने के कारण अभी तक उनके एकाउंट नहीं खुल सके हैं।
फंड भी नहीं
शिक्षा विभाग ने बाहर से एकाउंट खुलवाने के लिए शिक्षकों को कोई राशि नहीं दी। राजकीय प्राइमरी स्कूल तलहेड़ी रांगड़ान के जेबीटी तरविंदर को प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी ने साइबर कैफे में जाकर बच्चों के एकाउंट खोलने के मौखिक आदेश दिए। तरविंदर ने जब साइबर कैफे संचालक से एकाउंट खुलवाने का चार्ज पूछा। उसने प्रति एकाउंट 20 रुपए मांगे। नोडल अधिकारी से इस खर्च का भुगतान करने में असमर्थता जताई। तरविंदर का कहना है कि उसके पास दो स्कूलों का चार्ज है। दोनों स्कूलों के 80 बच्चे हैं। फंड न मिलने से एकाउंट खोलने का काम रुका हुआ है।
"यूआईडी एकाउंट खोलना जरूरी है। जिस स्कूलों में कंप्यूटर नहीं है, वहां के स्कूल इंचार्ज और डीडीओ आपसी सलाह से किसी फंड से पैसे निकाल कर एकाउंट खोलने पर खर्च कर सकते हैं।" : अनिल शर्मा, कार्यकारी डीईओ।
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