** कम विद्यार्थियों वालों स्कूलों के शिक्षक होंगे दूसरों में शिफ्ट
चंडीगढ़: शिक्षकों की कमी से जूझ रहे सरकारी प्राथमिक स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई अब खराब नहीं होगी। वहीं, सैकड़ों स्कूलों में पर्याप्त छात्र नहीं होने के बावजूद सेवाएं दे रहे शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। सरकार ने पूरे प्रदेश में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार सभी स्कूलों के लिए शिक्षकों और हेड टीचर के पद पुनर्निर्धारित किए हैं। हालांकि पदों के रेशनेलाइजेशन में शिक्षा विभाग चरखी दादरी को भूल गया, जो प्रदेश का 22वां जिला बन चुका है। इस जिले के स्कूलों को भिवानी में ही दिखाया गया है।
चंडीगढ़: शिक्षकों की कमी से जूझ रहे सरकारी प्राथमिक स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई अब खराब नहीं होगी। वहीं, सैकड़ों स्कूलों में पर्याप्त छात्र नहीं होने के बावजूद सेवाएं दे रहे शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। सरकार ने पूरे प्रदेश में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार सभी स्कूलों के लिए शिक्षकों और हेड टीचर के पद पुनर्निर्धारित किए हैं। हालांकि पदों के रेशनेलाइजेशन में शिक्षा विभाग चरखी दादरी को भूल गया, जो प्रदेश का 22वां जिला बन चुका है। इस जिले के स्कूलों को भिवानी में ही दिखाया गया है।
मौलिक शिक्षा निदेशक ने जिलावार पदों को पुनर्निर्धारित कर
सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। इसके
अनुसार प्राथमिक स्कूलों में हर 25 छात्रों पर अब एक शिक्षक होगा। हालांकि
छात्रों की संख्या 125 से अधिक होने पर करीब 30 बच्चों पर एक शिक्षक होगा।
प्राथमिक स्कूलों में 150 से अधिक छात्र होने पर ही हेड टीचर की नियुक्ति
की जाएगी।
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