सोनीपत : हरियाणा के तकनीकी शिक्षा विभाग ने हरियाणा के छात्रों को करारा झटका दिया
है। इसके तहत प्रदेश सरकार के तकनीकी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के
लिए ऑल इंडिया के लिए रखे जाने वाले 15 प्रतिशत कोटे से हरियाणा को बाहर कर
दिया है। अब 15 प्रतिशत कोटे में केवल अन्य राज्यों के छात्र ही आवेदन कर
सकेंगे। जबकि हरियाणा के लिए 85 प्रतिशत सीटों का ही प्रावधान रहेगा।
ऐसे में मैरिट के आधार पर कोटे की सीटों में स्थान बनाने वाले हरियाणा के
छात्रों को अब स्टेट कोटे का यह मौका नहीं मिलेगा। बीटैक,
बीई,बी.आर्किटैक्ट आदि कोर्सों में दाखिला लेने वाले छात्रों पर इस फैसले
का सीधा असर पड़ेगा। वहीं, फैसले के खिलाफ छात्र संगठनों के अलावा विपक्ष
ने भी लामबंद होना शुरू कर दिया है। शिक्षा विभाग से मांग की गई है कि
फैसले को वापस लिया जाए। इधर, तकनीकी विभाग के फरमान के बाद मुरथल के
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर कक्षाओं
के लिए भी यही पैटर्न अपनाया है। गौरतलब है कि प्रदेश भर के तकनीकी
संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया शुरू होने से ठीक पहले तकनीकी शिक्षा विभाग
ने प्रपत्र जारी कर दाखिला प्रक्रिया के प्रारूप में बदलाव किया है। अब तक
होता यह आया है कि तकनीकी संस्थानों या विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए
85 प्रतिशत कोटा हरियाणा के छात्रों के लिए होता है, 15 फीसदी कोटे में
हरियाणा के साथ अन्य राज्यों के लिए सीटें होती थी।
हरियाणा के बच्चों के अवसर हुए कम
15 प्रतिशत के इस कोटे को ऑल इंडिया कैटेगरी (एआईसी) के तहत रखा जाता था।
लेकिन इस बार विभाग ने इस कैटेगरी का नाम एआईसी की जगह आरओएच (रेस्ट ऑफ
हरियाणा) कर दिया है। अब इस कैटेगरी में हरियाणा के छात्रों को आवेदन का
मौका नहीं मिलेगा। यह पूर्ण रूप से दूसरे राज्यों के लिए कोटा होगा। वहीं
तकनीकी विभाग द्वारा प्रवेश कोटे में बदलाव को लेकर विपक्ष ने सरकार को
घेरा है। कांग्रेस विधायक जयतीर्थ दहिया ने कहा कि सरकार ने हरियाणा के
छात्रों के साथ नाइंसाफी की है। तकनीकी विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए
हरियाणा के छात्रों को सबसे ज्यादा तवज्जो मिलनी चाहिए।
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