** 1967 में से 60 फीसद स्कूल हो चुके हैं कवर, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को मिलेगी सुविधा
हिसार : फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय के पाठ्यक्रमों को अब
विद्यार्थी प्रैक्टिकल के तौर पर समझ सकेंगे। इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने
प्रदेश के 1967 सरकारी स्कूलों में साइंस लैब पर फोकस करने का निर्णय लिया
है, जिसमें अब विभाग लैब के उपकरणों और अन्य सामानों की पूर्ति करेगा। इसके
लिए शिक्षा निदेशालय इन स्कूलों पर 19.67 करोड़ रुपये और प्रत्येक स्कूल
पर एक लाख रुपये खर्च करेगा। निदेशालय ने जुलाई के पहले सप्ताह तक सभी
स्कूलों को यह सामान उपलब्ध कराने को कहा है।
फिलहाल प्रदेश के 60 फीसद
स्कूल कवर हो चुके हैं और शेष 40 फीसद में प्रक्रिया जारी है। जिन स्कूलों
को कवर किया जा चुका है, उनमें सभी गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, 36 आरोही
मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल व 22 राजकीय मॉडल संस्कृत सीनियर सेकेंडरी
स्कूल शामिल हैं। धरातल पर जांच करने उतरेगी शिक्षा निदेशालय की टीम :
स्कूलों में लैब का सामान पहुंचने के बाद शिक्षा निदेशालय की मॉनिटरिंग टीम
स्कूलों में जाकर लैब के उपकरणों और सामानों की जांच करेगी। साथ ही इसकी
भी जांच करेगी कि किन स्कूलों में शिक्षक इन किट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इसके बाद टीम स्कूल की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को सौंपेगी। मॉनिटरिंग
टीम जुलाई के दूसरे सप्ताह में फील्ड में उतरेगी।
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