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Thursday 7 November 2013

बिना छुट्टी भैया दूज पर 30 प्रतिशत स्कूल रहे बंद

** स्कूल प्राचार्यों ने अपने स्तर पर स्कूल में छुट्टी की, अधिकारियों ने की जवाब तलबी, अब होगी कार्रवाई 
कैथल : भैया दूज पर न तो हरियाणा सरकार ने छुट्टी की घोषणा की थी और न ही शिक्षा विभाग ने इसका ऐलान किया था। इसके बावजूद जिले के तीस प्रतिशत सरकारी स्कूल मंगलवार को बंद रहे। शिक्षा अधिकारियों ने ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों से जवाब तलबी की है। इस बारे में शिक्षा निदेशक को भी जानकारी भेजी जा रही है। 
दीपावली की छुट्टियों के बाद मंगलवार को स्कूल खोले जाने थे। मंगलवार को भैया दूज होने के कारण स्कूल प्राचार्यों ने अपने स्तर पर ही स्कूल में छुट्टी कर दी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को जिलेभर के सरकारी स्कूलों में छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान शहर के तीन सरकारी स्कूल राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल, प्राथमिक पाठशाला नंबर एक और प्राथमिक पाठशाला नंबर दो बंद पाए गए। प्राथमिक पाठशाला नानकपुरी स्कूल में भी छुट्टी जैसा माहौल था। 
बच्चे कमरों के बाहर बैठे हुए थे। शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल अध्यापकों को इस बारे में चेतावनी दी। लड़कों के सरकारी स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। लेकिन हाई स्कूल के साथ ही मिडिल और प्राइमरी भी बंद रहे। ग्रामीण क्षेत्र में भी कई स्कूल बंद रहे। शिक्षा विभाग बंद स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कर रहा है। 
विशेष छुट्टियां हो चुकी हैं समाप्त 
जिला शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर वर्ष में चार विशेष छुट्टियां कर सकता है। कैथल जिले में चारों छुट्टियां समय-समय पर दी जा चुकी हैं। छोटी दीपावली के बाद स्कूलों के लिए विशेष कोई छुट्टी नहीं बची थी। इसके बावजूद भी सरकारी स्कूल मंगलवार को बंद रहे। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार भैया दूज होने के कारण मंगलवार को महिला टीचरों को देरी से स्कूल आने की छूट थी। इसके लिए स्कूल प्राचार्य की सहमति जरूरी थी। लेकिन कुछ स्कूलों में महिला टीचरों के साथ-साथ अध्यापक भी नहीं आए। स्कूलों में सुबह बच्चे समय पर स्कूल आए। कुछ देर अध्यापकों का इंतजार करने के बाद बच्चे भी अपने-अपने घरों को चले गए। स्कूल टीचरों ने मोबाइल से एक दूसरे से संपर्क करके स्वयं ही छुट्टी कर ली। 
"भैया दूज पर सरकारी छुट्टी नहीं थी। शिक्षा विभाग की तरफ से भी ऐसी घोषणा नहीं की गई थी। उन्होंने एक दर्जन स्कूलों की चैकिंग की है। भैया दूज होने से स्कूलों में बच्चों की संख्या कम पाई गई। अगर किसी स्थान पर सरकारी स्कूल बंद रहे तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जानकारी एकत्रित की जा रही है।"--रफिया राम, जिला उप शिक्षा अधिकारी। 
शैक्षणिक कार्य दिवस नहीं होंगे पूरे 
जिले के कुछ सरकारी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इन स्कूलों में अधिकारियों ने अपने स्तर पर ही पढ़ाई के घंटे निर्धारित कर दिए हैं। बच्चों को दो घंटे ही पढ़ाया जा रहा है। जबकि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुसार पहली से पांचवीं कक्षा तक के सरकारी स्कूलों में एक वर्ष में 200 कार्य दिवस या शैक्षणिक के आठ सौ घंटे जरूरी हैं। इसी प्रकार कक्षा छह से कक्षा आठ तक के सरकारी स्कूलों में एक वर्ष में 220 कार्य दिवस या शैक्षणिक के एक हजार आवश्यक हैं। लेकिन जिले के सरकारी स्कूल इस शर्त को भी पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में बच्चों के परीक्षा परिणाम पर भी असर पड़ता है।        db

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