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Sunday 7 June 2015

खराब परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों में अब हर दिन पहुंचेंगे अधिकारी

** विभाग को अंदेशा है कि स्कूलों में नहीं लग रहीं स्पेशल कक्षाएं 
** 10वीं, 12वीं के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर स्कूलों में लगाई जा रहीं विशेष कक्षाएं 
फतेहाबाद : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के दसवीं बारहवीं कक्षा के खराब परिणाम को लेकर सरकार शिक्षा विभाग चिंता में है। ऐसे में 50 प्रतिशत से कम परिणाम लाने वाले स्कूलों को गर्मी की छुटिट्यों में स्पेशल कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए हैं। वहीं विभाग को अंदेशा है कि इन स्कूलों में यह कक्षाएं नहीं लग रही हैं। कई शिकायत भी मिली हैं, इसके चलते अब विभाग ने अपने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि हर रोज ऐसे स्कूलों की चेकिंग की जाए। 
शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी इस आदेश में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वह समय-समय पर उन स्कूलों का निरीक्षण करते रहें। जिन स्कूलों का परिणाम 50 प्रतिशत से कम आया है। वहां देखें कि विभाग के निर्देशानुसार स्पेशल कक्षाएं चल रही हैं या नहीं। इसके तहत अफसरों को अगले सप्ताह दो दिन में इन स्कूलों को चेक करने को कहा गया है। हर रोज कम से कम 10 स्कूल चेक करने के आदेश हुए हैं। विभाग ने 12 जून तक चेकिंग की रिपोर्ट मांगी है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। 
बच्चे छुट्‌टी पर टीचर क्या करें 
विभागके यह निर्णय वैसे समझ से परे हैं। विभाग के मुताबिक कई स्कूलों में बच्चे स्पेशल कक्षाएं लगाने नहीं रहे हैं ऐसे में चेकिंग के आदेश हुए हैं। अब अफसर चेकिंग करने जाएगा तो वहां पर टीचर मिल जाएगा, लेकिन विद्यार्थी नहीं होंगे तो क्या करेंगे। टीचर किसी बच्चे को जबरदस्ती तो कक्षा में बिठा नहीं सकता। ऐसे में यह आदेश समझ से परे हैं। शिक्षक संघ इस आदेश निंदा कर रहे हैं। 
सिर्फ फरमान या कुछ होगा 
अबसवाल यह उठता है कि यह आदेश किसके लिए है। बच्चे नहीं आएंगे तो टीचर पर कार्रवाई होगी। या फिर अफसर केवल आदेश कर हवा बना रहे हैं। यदि स्कूल बंद मिले तो उस स्थिति में केवल टीचर जिम्मेदार होगा या विद्यार्थियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के अफसर इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। 
आदेश को वापस ले विभाग: मेहता 
"ग्रीष्मावकाशके दौरान 50 प्रतिशत से कम परिणाम वाले विद्यालयों में संबंधित अध्यापकों द्वारा कक्षाएं लगाने को नकारात्मक सोच एवं निरर्थक कवायद है। खराब परिणाम के लिए अपनी कमियों पर पर्दा डालने और असफलता का ठीकरा अध्यापकों के सिर फोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। सरकार विभाग को यह निर्णय तुरंत वापस लेना चाहिए।''-- रघुनाथमेहता, जिला प्रधान, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, फतेहाबाद।  
इससे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा: टूटेजा 
"सरकारविभाग के इस आदेश से परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। छुटिट्यों में बच्चे शुरू में ही अपने रिश्तेदारों के घर या घूमने आदि के लिए निकल जाते हैं। उन्हें बांध कर तो पढ़ाया नहीं जा सकता। अध्यापकों पर इस तरह से दबाव बढ़ाने से कुछ नहीं होगा। यह सफल होने वाला नहीं है।'' -- विकासटूटेजा, जिलाप्रधान,रा ़प्राथमिक शिक्षक संघ, फतेहाबाद। 
कक्षाएं जरूर लगें 
"शिक्षाविभाग की ओर से 50 प्रतिशत से कम परिणाम वाले स्कूलों को जून की गर्मी की छुटिट्यों में भी सुबह 8 से दोपहर ढाई बजे तक स्पेशल कक्षाएं लगाने के आदेश दिए हैं। इसे अध्यापक विद्यार्थी गंभीरता से लें। कक्षा नहीं लगी मिली तो संबंधित लोगों पर कार्रवाई होगी।''-- यज्ञदत्तवर्मा, डीईओ,फतेहाबाद                                                                                db

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