.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Sunday 14 September 2014

बोर्ड परीक्षा : दावों का खोखलापन


हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की सेमेस्टर परीक्षा के दौरान चरखी दादरी उपमंडल के अचीना गांव के राजकीय विद्यालय में पूरा स्टाफ ही नकल कराते पकड़ा जाना नकल रहित परीक्षा के बोर्ड के दावों के खोखलेपन का अहसास तो कराता ही है, शिक्षक वर्ग की विश्वसनीयता पर भी अनेक सवाल चस्पां कर रहा है। बोर्ड के उड़नदस्ते ने स्वयं देखा कि वहां परीक्षा केंद्र में बाहरी तत्वों का जमावड़ा था और पूरा स्टाफ विद्यार्थियों को तन्मयता के साथ नकल करवा रहा था। हमें किसी का डर नहीं , जैसे अंदाज में अध्यापक और विद्यार्थी परीक्षा की गोपनीयता और शुचिता का निर्लज्जता से हरण कर रहे थे। रोहतक के एक केंद्र में उड़नदस्ते के सामने परीक्षार्थी खिड़की से बाहर पर्ची फेंकने लगे, यानी विद्यार्थी पूरी तैयारी के साथ आए थे। बोर्ड परीक्षा के तीसरे दिन 232 नकलची पकड़े गए। प्रदेशभर में कई अध्यापकों को ड्यूटी से रिलीव करना पड़ा। इन तथ्यों से एक बात फिर साबित हो गई कि शिक्षा बोर्ड की परीक्षा संबंधी तैयारी में अभी तक परिपक्वता नहीं आ पाई। दस सालों का इतिहास देखें तो पता चलेगा कि ग्रामीण क्षेत्रों के परीक्षा केंद्रों में जितना बाहरी दखल तब था, उतना ही अब भी है। नकल के केस भले ही कुछ कम हो गए हों पर उसके लिए बोर्ड प्रबंधों को श्रेय नहीं दिया जा सकता। आधुनिक संचार साधनों , मोबाइल फोन के चलते नकल करने, करवाने तथा उन्हें निर्देशित करने वाले अलर्ट होकर एहतियाती उपाय कर लेते हैं।
डेढ़ दशक पूर्व शिक्षा बोर्ड ने नकल रहित परीक्षा का अभियान चलाने की घोषणा की थी, शिक्षकों को मुख्य सूत्रधार बनाया गया था। हाल की परीक्षा के उदाहरण यह बताने और जताने के लिए पर्याप्त हैं कि शिक्षा बोर्ड जहां से चला था, अभी वहीं खड़ा है। पहले नकल न रोक पाने के लिए बहाना बनाया जाता था कि परीक्षार्थियों की संख्या अधिक और कर्मचारियों की तादाद कम होने के कारण बोर्ड लक्ष्य में कामयाब नहीं हो पा रहा। आठवीं की परीक्षा बोर्ड से अलग करने के बाद उम्मीद बंधी थी कि स्थिति कुछ सुधरेगी लेकिन अभी तक ढाक के तीन पात हैं। चिंता का विषय यह है कि शिक्षक स्टाफ नकलचियों की खुली मदद करने पर उतारू हो गया है। अपना वास्तविक दायित्व समझते हुए शिक्षकों को इस प्रवृत्ति से निजात पानी होगी। साक्षरता दर और शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अध्यापकों को अपनी जवाबदेही व छवि के प्रति संजीदगी दिखानी होगी।                                   djedtrl

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.