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Saturday 31 January 2015

75 पाठशालाएं होंगी मर्ज

** सरकार ने 60 से कम बच्चों वाले स्कूलों की मांगी सूची, शिक्षकों का खाली पदों पर तबादला 
नारनौल : शिक्षा विभाग की नई नीति के तहत जिले के कम विद्यार्थियों वाले 75 स्कूलों को बंद किया जाएगा। इसके चलते सरकार ने प्रदेश के सभी डीईओ कार्यालयों में पत्र प्रेषित कर ऐसे स्कूलों के नामों की लिस्ट मांग ली है। सब कुछ इसी प्रकार चलता रहा तो नए शिक्षा सत्र से जिले के 60 से कम बच्चों वाले स्कूलों को निकटवर्ती विद्यालयों में मर्ज कर दिया जाएगा। स्कूल शिफ्ट करने से छोटे बच्चों को आने-जाने में होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने नि:शुल्क वाहन सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। 
राज्य सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के 60 से कम विद्यार्थियों वाले प्राथमिक स्कूलों को निकटवर्ती विद्यालयों में शिफ्ट करने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय के तहत जिले के कम बच्चों वाले 75 स्कूलों को आपस में शिफ्ट किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अनुसार सरकार ने कार्यालय में पत्र प्रेषित कर 60 बच्चों से कम संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों की सूची मांगी है। जिले में ऐसे स्कूलों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 
जिले में ऐसे स्कूलों की संख्या 75 है। इनमें कनीना ब्लाक के 23, महेंद्रगढ़ ब्लाक के 7, नांगल चौधरी ब्लाक के 5, अटेली ब्लाक के 20 नारनौल ब्लाक के 20 प्राथमिक स्कूल शामिल हैं। यदि शिक्षा नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया तो नए शिक्षा सत्र से इन प्राथमिक स्कूलों को निकटवर्ती विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया जाएगा तथा इन स्कूलों में कार्यरत स्टाफ को रिक्त पदों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। दूर-दराज स्कूलों में आने-जाने में छोटे बच्चों को कोई परेशानी हो, इसके लिए नि:शुल्क वाहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए सरकार प्रत्येक बच्चे के हिसाब से साल भर का वाहन का किराया स्कूलों में जमा करवाएगी। वाहन की व्यवस्था स्कूल इंचार्ज को करनी होगी। जिसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। 
"सरकार के निर्णय के अनुसार 60 से कम संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों को 3 किलोमीटर के दायरे में में शिफ्ट किया जाएगा। जिले के 60 बच्चों से कम संख्या वाले स्कूलों की सूची तैयार कर ली गई है। जिले में 60 बच्चों से कम संख्या वाले स्कूलों की संख्या 75 है। छोटे बच्चों को स्कूल आने-जाने में कोई दिक्कत आए इसके लिए निशुल्क वाहन सुविधा भी मुहैया करवाने सरकार की योजना है।"-- संतोषतंवर, डीईओ, नारनौल। 
इन प्राथमिक स्कूलों में 60 से कम बच्चेे 
राजकीय प्राथमिक पाठशाला दौंगड़ा अहीर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला बवानिया, राजकीय प्राथमिक पाठशाला रामबास, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुरजनवास, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सेहलंग, राजकीय प्राथमिक पाठशाला खैराना, राजकीय प्राथमिक पाठशाला बहु झगड़ोली, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ककराला, राजकीय प्राथमिक पाठशाला कनीना, राजकीय प्राथमिक पाठशाला कपूरी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला मेघनवास, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिरोही, राजकीय प्राथमिक पाठशाला डालनवास, राजकीय प्राथमिक पाठशाला माजरा खुर्द, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुरेहती जाखल, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी परमा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला नांगल कालिया, राजकीय प्राथमिक पाठशाला भूंगारका, राजकीय प्राथमिक पाठशाला अटेली बेगपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला डेरोली अहीर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला खासपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला राता कलां, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिलारपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला तिगरा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी अटेली, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी बिहाली, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणा गुजरवास, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी नूनी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी उनिंदा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला शक्तिनगर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला भांखरी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी छिलरो, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी सरेली, राजकीय प्राथमिक पाठशाला गोद, राजकीय प्राथमिक पाठशाला हुडीना, राजकीय प्राथमिक पाठशाला मौखुता, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी जाटन, राजकीय प्राथमिक पाठशाला निवाजनगर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला मारोली, राजकीय प्राथमिक पाठशाला संघीवाड़ा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला शाहपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला छापड़ा राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी बास किरारोद के अलावा नारनौल शहर का केवल एक स्कूल संघीवाडा ही इस लिस्ट में शामिल है।                                    db

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