.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Thursday 7 April 2016

जेबीटी की नियुक्ति पर पेंच, सीरियल अनुसार नंबर का मिलान नहीं

** लैब में ज्यादा विशेषज्ञ रखने के लिए खर्च उठाने को भी तैयार है शिक्षा विभाग
** अगर ज्यादा टीचर्स की निशान रिपोर्ट नहीं आई तो फंसेगा नियुक्ति में पेंच
** जेबीटी टीचर्स को जिले अलॉट करने का काम भी एचएसएससी करेगा
चंडीगढ़ : निर्वाचित जेबीटी टीचर्स की नियुक्ति मामले में अधिकतर टीचर्स की अंगूठा और हस्ताक्षर नमूना जांच रिपोर्ट बकाया होने से उन टीचर्स को नियुक्ति देने में पेंच फंस सकता है। क्योंकि सीरीयल के अनुसार नंबरों का मिलान नहीं हो पा रहा है। अब शिक्षा विभाग द्वारा मधुबन स्थित फारेंसिक लैब से रिपोर्ट जल्द मंगाने के लिए पत्र लिखा जाएगा। 
चयनित टीचर्स को जिला अलॉट करने का काम भी एचएसएससी करेगा। जांच रिपोर्ट में हो रही देरी का मामला हरिभूमि एक साल से लगातार उठा रहा है। हरियाणा राज्य शिक्षक चयन बोर्ड ने जेबीटी की मेरिट और वेटिंग लिस्ट 14 अगस्त, 2015 को जारी की थी। इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने अनुपूरक सूची जारी करने के निर्देश दिए तो तब तक बोर्ड भंग हो चुका था। मेरिट और वेटिंग की अनुपूरक सूची आयोग ने जुलाई, 2015 में जारी की। इस तरह कुल 12731 की सूची जारी हुई। मगर रिपोर्ट में सिर्फ 3347 के अंगूठा निशान सही होने की सूचना विभाग को मिली है जबकि 143 के निशान सही नहीं मिले हैं। इस तरह 9241 के अंगूठा या हस्ताक्षर नमूना जांच रिपोर्ट बकाया है।
आगे-पीछे के नंबरों की रिपोर्ट मिली
चूंकि एचएसटीएसबी और एचएसएससी ने मेरिट आधार पर सूची जारी कर रखी है मगर जो अंगूठा निशान नमूना रिपोर्ट लैब से मिल रही है, वह आगे-पीछे के नंबरों की है। इसलिए शिक्षा विभाग इंतजार कर सकता है कि सभी चयनित टीचर्स की जांच रिपोर्ट ज्वाइनिंग से पहले मिल जाए। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी 10 सप्ताह के भीतर ज्वाइन कराने के निर्देश दिए हैं। इसलिए शिक्षा विभाग फारेंसिक लैब से बकाया रिपोर्ट मंगाने जांच करने के लिए अधिक विशेषज्ञ रखने के लिए स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) को पत्र लिखेगा। अगर 10 सप्ताह के भीतर यह पूरी रिपोर्ट नहीं आती तो फिर सही पाए जाने वाले टीचर्स को ज्वाइनिंग शुरू कर देंगे। हालांकि सीरीयल के अनुसार नंबर नहीं मिलने से कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। इससे नियुक्ति में देरी हो सकती है। 
यूं होंगी अलॉटमेंट
पिछली बार जेबीटी टीचर्स को जिले अलॉटमेंट का काम बोर्ड या आयोग ने किया था। इस बार भी आयोग से ही यह काम कराया जाएगा। अभी जो जेबीटी टीचर्स अंतरजिला तबादला में गए हैं, उनकी ज्वाइनिंग के बाद हर जिले में जेबीटी टीचर्स की आरक्षण की कैटेगरी अनुसार रिक्त पदों का आकलन किया जाएगा। यह आकलन आयोग को भेजा जाएगा। अगर आयोग ने विभाग को खुद ही अलॉटमेंट के लिए कह दिया तो ही विभाग करेगा।
ये आग्रह करेंगे
"अभी 3347 के ही अंगूठा निशान सही मिले हैं। अन्य टीचर्स के नमूना जांच रिपोर्ट जल्द मंगाने के लिए एससीआरबी को पत्र लिखेंगे। यह भी आग्रह करेंगे कि अगर ज्यादा विशेषज्ञ रखने की जरुरत है तो विभाग खर्च उठाने को तैयार है मगर रिपोर्ट जल्द चाहिए। हाईकोर्ट ने 10 सप्ताह तक ज्वाइन कराने को कहा है। कोशिश करेंगे कि इस समय के भीतर ज्वाइन करेंगे।"-- आरएस खरब, निदेशक, मौलिक शिक्षा विभाग डॉ. सुरेंद्र धीमान. चंडीगढ़                                      hb 


No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.