उत्तर पुस्तिका घोटाला : जांच कमेटी ने माना, लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय नहीं
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के बहुचर्चित उत्तर पुस्तिका घोटाले में गठित जांच कमेटी ने दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित सभी अनियमितताओं की सिलसिलेवार पुष्टि कर दी है। अपनी जांच रपट में कमेटी ने खामियों को स्वीकारते हुए कहा है कि इस दौरान विश्वविद्यालय का पूरा तंत्र ध्वस्त होकर रह गया। हैरानी की बात यह है कि 9 पेज की रपट में कमेटी ने घोटाले के दोषियों को नामित करने से गुरेज किया है। रपट में घोटाले का ठीकरा सुरक्षाकर्मियों व गोपनीय शाखाओं की कार्यप्रणाली के सिर फोड़ते हुए लापरवाही के दोषी किसी भी आलाधिकारी की जिम्मेदारी तय नहीं की गई है।
इससे पहले जांच कमेटी ने बुधवार को कुलपति डॉ. आरपी हुड्डा को अपनी रपट सौंपी। रपट में कमेटी ने कहा है कि विवि की परीक्षा से जुड़े तंत्र को दुरुस्त करने की सख्त जरूरत है। कमेटी सदस्यों का मानना है कि इस मामले में गोपनीय शाखा के कर्मचारियों ने गंभीरतापूर्वक ड्यूटी नहीं की है।
कर्मचारी विस्तृत रिकार्ड के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते तो संभवत: ऐसा नहीं हो पाता। मजे की बात यह है कि रपट में दोनों शाखाओं की निगरानी में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ जवाबदेही तय करने के लिए एक शब्द तक नहीं लिखा गया है।
परीक्षा नियंत्रक को याद आई शाखाएं :
कुलपति के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ. बलजीत सिंधु ने बुधवार को विभिन्न परिणाम शाखाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों को नसीहत दी कि कर्मचारी ईमानदारी से ड्यूटी करें। अगर कोई कर्मचारी किसी मामले में संलिप्त मिलता है तो उसकी सूचना शीर्ष अधिकारियों को करें। वहीं अर्बन एस्टेट पुलिस ने उत्तर पुस्तिका की घटना की सूचना देने वाले सुरक्षा कर्मी को पूछताछ के लिए बुलाया। सुरक्षा कर्मी ने पुलिस के समक्ष घटना का विस्तृत ब्यौरा रखा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धीरे धीरे सभी कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
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