शिक्षा विभाग द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार 322 दिन की समय सीमा 16 फरवरी को पूरी होने के उपरांत भी अतिथि अध्यापकों को बनाए रखने के खिलाफ व टीजीटी पदों का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर प्रदेश के पात्र अध्यापकों ने कानूनी लड़ाई के साथ साथ मैदानी संघर्ष का भी ऐलान कर दिया है।
एक लाख शिक्षक जुटेंगे:
प्रदेश के 1 लाख से भी ज्यादा अध्यापक पात्रता पास उम्मीदवारों ने 17 फरवरी को हुडा ग्राउंड रोहतक में पात्र अध्यापक संघ के बैनर तले ‘अतिथि हटाओ, पात्र लगाओ’ न्याय महारैली करने की घोषणा कर फिर संघर्ष की राह पकड़ ली है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार 322 दिन में भर्ती न करने व अतिथि अध्यापकों को सेवारत रखने के विरूद्ध पात्र अध्यापकों ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका भी दायर कर रखी है।
......HB
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