सोनीपत : एग्जाम में पास होने के लिए
विद्यार्थियों की जुगत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले कुंजी से
रट्टा फिर नकल और जब नकल भी काम नहीं आई तो फिर भ्रष्टाचार के साथ इमोशनल
ड्रामा। मौजूदा शैक्षणिक सत्र में शाॅर्टकट के जरिए परीक्षा में अपनी नैया
पार लगाने के लिए विद्यार्थियों ने उत्तर पुस्तिका की जांच कर रहे गुरुजन
को रिझाने के लिए हर तरह की तिकड़म अपनाई है, जहां कुछ विद्यार्थियों ने
अपनी उत्तर पुस्तिका के साथ बतौर रिश्वत 10 से लेकर सौ-सौ के नोट चिपकाए
हैं तो वहीं कुछ विद्यार्थियों ने शिक्षकों पर पास करने की भीख भी मांगी
है।
विद्यार्थियों के इस प्रकार की हरकतों को देखकर गुरुजन भी हैरान
हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को सबक सिखाने के साथ ही इसकी सूचना उच्च
अधिकारियों को भी दी जा रही है। शिक्षक जैसे ही कॉपी जांच खोलते हैं, उसमें
से नोट गिर पड़ता है। राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मॉडल टाउन में बनाए गए
उत्तर पुस्तिका जांच केन्द्र में ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
नोट के साथ मिल रही शायरी, कविता और इमोशनल बातें
कॉपियों
में नोट निकलने के साथ-साथ शिक्षकों को अजब-गजब बातें भी लिखी हुई मिल रही
हैं। प्रार्थना, शायरी व इमोशनल बातों का भी सहारा लिया जा रहा है। एक
परीक्षार्थी ने यह जिक्र किया है कि यदि वह पास न हुआ तो उसकी प्रेमिका
नाराज हो जाएगी। एक ने अपनी प्रियतम पूजा का नाम लेते हुए लिखा कि सर लव
स्टोरी ने पढ़ाई से दूर कर दिया, वरना हाई स्कूल तक खूब पढ़ाई की थी। इसे
लिखने के लिए सॉरी। एक विद्यार्थी ने अपनी अपील के साथ कहा चिट्ठी जा सर के
पास, सर की मर्जी फेल करें या पास। गुरुजी पास कर दो। एक छात्र ने अपनी
कॉपी में लिखा है कि उसकी तबियत बहुत खराब है, इसलिए वह साफ नहीं लिख पा
रहा है। कृपा उस पर दया की जाए। वह बहुत गरीब परिवार से है। उत्तर पुस्तिका
पर कई परीक्षार्थियों ने अपना मोबाइल नंबर भी लिखा है. जिस पर कॉल करने की
बात कही जा रही है। बहुत तो ऐसी भी कॉपियां मिल रही हैं जिन पर कुछ लिखा
ही नहीं है।
कॉपियों में मिले रुपयों से करते हैं जलपान
शिक्षकों
की मानें तो इन सब चीजों का उन पर कोई असर नहीं पड़ता है और जितना सही लिखा
होता है उसके ही नंबर दिए जाते हैं, हालांकि शिक्षकों ने बताया कि कॉपी की
शायरियां गंभीर माहौल में थोड़ा हास्य का तड़का लगा देती हैं और कॉपी में
अगर नोट निकलते हैं तो उनसे सामूहिक रूप से सभी का जलपान हो जाता है।
सीसीटीवी की निगरानी में हो रही जांच
राजकीय
सीनियर सेकंडरी स्कूल, माडल टाउन, राजकीय स्कूल, मुरथल अड्डा तथा हिंदू
स्कूल में 20 मार्च से उत्तर पुस्तिका की जांच जारी है। बोर्ड की ओर से
पहली बार ये सीसीटीवी की निगरानी में हो रही है। मूल्यांकन के लिए 80 से
अधिक लेक्चरर व मास्टरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में 40 हजार से
अधिक दसवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं।
ऐसा होना निराशाजनक, बच्चों को नैतिक ज्ञान देना जरूरी
यह
होना निराशाजनक है, कहीं न कहीं इसमें वे विद्यार्थी शामिल हैं जो पूरे
साल पढ़ते नहीं फिर पास होने के लिए इस प्रकार का तिकड़म लगाते हैं। शिक्षा
के लिए यह स्थिति बेहतर नहीं है। इसमें अभिभावकों एवं टीचरों को बच्चों को
नैतिक ज्ञान देना भी अब जरूरी है। शिक्षकों को चाहिए कि वे अपना नैतिक धर्म
नहीं भूले और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाएं। - जिले सिंह शर्मा, डीईओ,
सोनीपत।
शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा में नकल के 180 मामले किए दर्ज एक सुपरवाइजर ड्यूटी से रिलीव
भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सीनियर सेकंडरी शारीरिक शिक्षा विषय
की परीक्षा में मंगलवार को नकल के 180 मामले दर्ज किए गए। बोर्ड प्रवक्ता
ने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह के उड़नदस्ते ने भिवानी जिले के
परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर नकल के 6 केस पकड़े। उन्होंने बताया कि
बोर्ड सचिव धीरेन्द्र खड़गटा के उड़नदस्ते की ओर से झज्जर एवं रेवाड़ी जिले
के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर नकल के 13 केस बनाएं।
बोर्ड
अध्यक्ष के विशेष उड़नदस्ता ने भिवानी में परीक्षा केंद्र रा.व.मा.वि.
कैरू-04 (बी-02) में नियुक्त सुपरवाइजर छत्रपाल सिंह अतिथि अध्यापक को उनके
विद्यालय के परीक्षार्थी इस परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने के कारण
कार्यभार मुक्त किया गया। बोर्ड अध्यक्ष के विशेष उड़नदस्तों ने अम्बाला,
भिवानी, फतेहाबाद, गुरुग्राम, हिसार, जींद, करनाल, पंचकुला, सिरसा, सोनीपत
एवं पलवल के परीक्षा केंद्रों में नकल के 38 केस पकड़े तथा बोर्ड सचिव के
विशेष उड़नदस्तों ने जिला फतेहाबाद, हिसार, जींद, सिरसा, सोनीपत एवं नूंह
के परीक्षा केंद्रों में नकल के 12 केस पकड़े। वहीं रैपिड एक्शन फोर्स ने 4
केस पकड़े तथा अन्य उड़नदस्तों ने नकल के 107 मामले दर्ज किए गए।
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