फतेहाबाद : अव्यवस्था, लापरवाही व उदासीनता की फितरत है जो हरियाणा स्कूल
शिक्षा बोर्ड से हटती नहीं। खासकर, परीक्षाओं को लेकर सुर्खियों में रहने
वाले बोर्ड की इस बार की करगुजारी भी कमोबेश इसी हकीकत को बयां करती है।
बोर्ड की अजब व्यवस्था देखिये कि ओपन बोर्ड की परीक्षा दे रहे
विद्यार्थियों को लगभग हर पेपर के लिए अलग-अलग सेंटर पर जाना होगा। इस
व्यवस्थागत विडंबना से बोर्ड के उच्चाधिकारी भी अंजान हैं।
हरियाणा
विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की तरफ से रेगुलर व ओपन आवेदन लिए जाते हैं। 7
मार्च परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। इससे पहले शिक्षा बोर्ड की तरफ से रोल
नंबर जारी किए गए हैं।
दसवीं व बारहवीं कक्षा के परीक्षार्थी देखकर उस
हैरान रह गए जब एक परीक्षार्थी को अलग-अलग तीन से चार सेंटर अलॉट कर रखे
हैं। यानि की परीक्षार्थी को इंग्लिश को पेपर एक स्कूल में देना है तो हिंदी का पेपर दूसरे स्कूल में देने के लिए जाना होगा। जिले से आवेदन करने
वाले करीब 16 हजार परीक्षार्थियों के साथ ऐसा हुआ है।
केस एक :
गांव
भिरड़ाना के मनदीप सिंह का कहना है कि उसने 12 वीं कक्षा का ओपन से आवेदन
किया था। अब जब उसके पास रोल नंबर आया है तो उसके अनुसार उसे इंग्लिश का
पेपर टैगोर मॉडल, हिंदी का सीनियर मॉडल, होम साइंस का ओम निवास स्कूल
सेंटर दिया गया है।
केस दो :
दसवीं कक्षा के लिए ओपन से आवेदन करने वाले
संदीप कुमार का कहना है कि इंग्लिश के पेपर के लिए सीनियर मॉडल, हिंदी के
लिए टैगोर, साइंस के लिए राजकीय सीनियर सेकेंडरी, फिजिकल के लिए राम सेवा
समिति तथा मैथ के पेपर के लिए सीनियर मॉडल स्कूल का परीक्षा केंद्र अलॉट
किया गया है। 6 पेपर के लिए चार परीक्षा केंद्र दिए गए हैं।
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