** प्राइवेट स्कूलों के होनहारों को भी करनी पड़ेगी मेहनत
** वर्तमान में 80
नंबर की होती है परीक्षा, 20 अंक सीसीई के आधार पर होते हैं निर्धारित
अंबाला : सतत और व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) के नाम पर स्कूलों में चल रही
मनमानी अगले सेशन से नहीं चलेगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से संबंधित
सभी स्कूलों में अगले सेशन से वार्षिक परीक्षाएं पहले की तरह 100 नंबरों
की होगी। फिलहाल यह परीक्षाएं 80 नंबरों की होती हैं। 20 नंबर सीसीई के
आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। मगर अब ऐसा नहीं होगा। सीसीई को खत्म करने
के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरी झंडी दे दी है। ऐसे में 2018-19 के
सेशन में बोर्ड परीक्षाओं में सीसीई के अंक नहीं जुड़ेंगे।
ऐसे पिछड़ रहे
थे सरकारी स्कूलों के होनहार :
वर्ष 2011 में हरियाणा विद्यालय शिक्षा
बोर्ड ने 100 नंबर की थ्योरी की जगह 80 नंबर की थ्योरी कर दी थी। 20 नंबर
सीसीई के तहत विद्यार्थियों को देने के लिए दायरा बनाया है। हर मासिक
परीक्षा में 24 में से 24 और अर्धवार्षिक में 40 में से 40 अंक लेने पर
विद्यार्थी को 16 नंबर दिए जा सकते हैं। 100 फीसद हाजिरी होने पर 4 अंक। इस
तरह 20 में से किसी भी विद्यार्थी को 20 अंक नहीं मिल सकते। वहीं प्राइवेट
स्कूलों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। अलबत्ता प्राइवेट स्कूल संचालक
20 में से 20 नंबर देकर स्कूल का बेहतर परिणाम दिखा देते हैं। वहीं थ्योरी
में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद सरकारी स्कूलों के होनहार पिछड़ जाते हैं।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि अगले वर्ष से बोर्ड की
परीक्षाओं में सीसीई मान्य नहीं होगा। सीएम से इसकी अनुमति ले ली गई है।
प्राइवेट के साथ-साथ सरकारी स्कूल भी 20 में से 20 अंक दे देते हैं। इससे
होनहारों को नुकसान तो होता ही है।
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