** वर्ष 2003-04 में तत्कालीन सरकार की तरफ से प्राइमरी स्कूलों में झूले लगाने के लिए राशि जारी की गई थी
फतेहाबाद : 14 साल पहले वर्ष 2003-2004 में प्राइमरी स्कूलों में हुए झूला
खरीद गड़बड़ी मामले की विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। खरीद के दौरान मुद्दा
उठा था लेकिन इस दौरान इसे दबा दिया गया था, लेकिन अब इसकी फाइल एक बार फिर
विजिलेंस ने खोल दिया है। प्रदेश के 11 जिलों के जिला परियोजना अधिकारियों
से विजिलेंस ने प्राइमरी स्कूलों रिकार्ड मांगा है।
लेकिन स्कूलों के लिए
रिकार्ड उपलब्ध करवाना चुनौती बना हुआ है, क्यों कि स्कूलों का स्टाफ बदल
चुका है और यहां तक कि स्कूलों में उस दौरान लगाए गए झूले भी उपलब्ध नहीं
है। इधर विजिलेंस ने स्कूलों को रिकार्ड उपलब्ध करवाने के लिए समयबद्ध कर
दिया है। 15 मार्च तक संबंधित जिलों को रिकार्ड उपलब्ध करवाना है। मामले के
अनुसार राज्य चौकसी ब्यूरो यमुनानगर ने जिला परियोजना अधिकारी भिवानी,
रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नारनौल, गुरूग्राम, फरीदाबाद, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल,
अंबाला, पलवल व मेवात से रिकार्ड मांगा है कि वर्ष 2003-04 में कितनी
राशि, कब प्राथमिक स्कूलों को प्राप्त हुई। रिकार्ड की सत्यापित प्रतियां
दी जाएं। जिला कार्यालयों के अधीन कितने ब्लाक हैं। खंड के इन पाठशालाओं
में कितने अध्यापक कार्यरत थे, उनके नाम,पता उपलब्ध करवाए जाएं। कार्यालय
के द्वारा किन-किन पाठशालाओं को कितनी राशियां, कब-कब,कैसे-कैसे, किस-किस
कार्य के लिए दी गई थी। इसका रिकार्ड मांगा गया है। अध्यापकों द्वारा
द्वारा कितनी-कितनी राशियां झूलों तथा बच्चों के खेलने के सामान पर खर्च की
गई। संबंधित बिल,कुटेशन, स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध करवाया जाए। इस दौरान
प्राथमिक स्कूलों में बच्चों के लिए झूले, सामान खरीदने के लिए भेजी गई
राशियां वीआइसी, वीसीसी कमेटियां नियुक्त करने पर खरीदे जाने थे या स्वयं
अध्यापकों द्वारा खरीदे जाने थे। सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों की
रिपोर्ट भी मांगी गई है। इस संबंध में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संगीता
बिश्नोई ने कहा कि विजिलेंस की ओर से डीपीसी कार्यालय से 2003-04 का
रिकार्ड मांगा गया है। झूले खरीद में क्या कोटेशन थी और किस फर्म से खरीदे
गए थे। स्कूलों को रिकार्ड देने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
वर्ष 2003-04 हुई खरीदारी
जानकारों की मानें तो वर्ष 2003-04 में तत्कालीन सरकार की तरफ से प्राइमरी
स्कूलों में झूले लगाने के लिए राशि जारी की गई थी। बताया जा रहा है कि इस
दौरान कुछ चहेती फर्मों ने स्कूलों में जाकर खुद ही कुटेशन दे दी और
स्कूलों से चेक ले लिए। जिस क्वालिटी के झूले लगाए जाने थे वह झूले नहीं
लगे। इस दौरान प्राइमरी पाठशालाओं के लिए खरीद किए गए सामान में बरती गई
अनियमितताओं की शिकायत दी गई थी। लेकिन इसे दबा दिया गया ौऔर जांच आगे नहीं
बढ़ पाई। अब जिला भिवानी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, को 12 मार्च, जिला
गुरूग्राम, पलवल, मेवात, फरीदाबाद को 13 मार्च, सिरसा, फतेहाबाद को 14
मार्च, कैथल, अंबाला को 15 मार्च यमुनानगर विजिलेंस में रिकार्ड जमा करवाना
है।
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