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Tuesday 16 September 2014

केंद्रीय विद्यालयों में बनेंगे लैंग्वेज लैब

** हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत व किसी अन्य विदेश भाषा की होगी पढ़ाई 
** ई-क्लास रूम का होगा इस्तेमाल, आधुनिक तकनीक से देंगे प्रशिक्षण
नई दिल्ली: केंद्रीय विद्यालय संगठन छात्रों के भाषा ज्ञान को बेहतर करने के लिए स्कूलों में लैंग्वेज लैब स्थापित करेगा। लैब में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत या फिर किसी अन्य विदेशी भाषा की पढ़ाई होगी। 
स्कूलों में चरणबद्ध तरीके से इसकी शुरू होने वाली इस व्यवस्था के तहत आधुनिक उपकरणों की मदद से भाषा की जानकारी को बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों में स्थापित ई-क्लास रूम का इस्तेमाल किया जाएगा। 
दरअसल, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अपने स्कूलों में छात्रों के भाषा ज्ञान को बेहतर बनाने के लिए विशेष कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं। 
इसके तहत स्कूलों में जन संवाद प्रतियोगिता, स्पेलिंग प्रतियोगिता का आयोजन होगा। साथ ही पुस्तकों के अध्ययन व रचनात्मक लेखन पर जोर दिया जाएगा। लैंग्वेज लैब में सीडी-डीवीडी प्लेयर और इंटरनेट की मदद से छात्रों की बोलने, सुनने और समझने की क्षमता का विकास किया जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय संगठन की संयुक्त आयुक्त, एकेडमिक डॉ. वी विजयालक्ष्मी ने सभी उपायुक्तों को इस बाबत प्रयास शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साथ स्कूलों को सीबीएसई की ओर से नौवीं व ग्यारहवीं के छात्रों के लिए आयोजित होने वाली एसेसमेंट ऑफ स्पीकिंग एंड लिसनिंग गतिविधियों को सभी कक्षाओं के छात्रों को शामिल करने को कहा गया है। स्कूलों को अलग अलग कक्षाओं के स्तर के मुताबिक स्पेलिंग प्रतियोगिता आयोजन करने को कहा गया है। ताकि बच्चों की भाषा व व्याकरण पर पकड़ को बढ़ाया जा सके। 
ताकि बच्चे कर सकें बेहतर संवाद 
डॉ. विजयालक्ष्मी की ओर से दिए गए निर्देशों में साफ कहा गया है कि बच्चे संवाद करने में हिचकते हैं। खासकर अंग्रेजी में अपनी बात रखने में वह आमतौर पर कमजोर होते हैं। इसके लिए ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए जिससे छात्रों को अपनी राय व्यक्त करने की हिचकिचाहट दूर हो सके। इसके लिए स्कूलों को अपने टाइम-टेबल में जनसंवाद गतिविधियों को शामिल करने का सुझाव दिया गया है। साथ ही प्राथमिक स्तर की कक्षाओं के लिए सप्ताह में भाषा संवाद का एक पीरियड लगाने को कहा गया है। साथ ही चर्चा, कहानी भाषण गतिविधियों को भी आयोजित किए जाने की बात कही गई है।                                                    au

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