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Wednesday, 18 October 2017

पहले जांचेंगे गुणवत्ता, फिर करेंगे मिड-डे-मिल राशन का उठान

** स्कूलों में कम गुणवत्ता का राशन मिला तो होगी कार्रवाई
** स्कूल मुखिया व मिड-डे-मिल इंचार्ज की होगी जिम्मेदारी
** मिड-डे-मिल का खाना जहां बनेगा वहां साफ-सफाई का रखना होगा पूरा ध्यान
सिरसा : सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मिल की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। मिड-डे-मिल का राशन जांचने के बाद ही भारतीय खाद्य निगम से लेना होगा। मिड-डे-मिल राशन भारतीय खाद्य निगम से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में ही उठाना होगा। जिसको लेकर शिक्षा विभाग के निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। गौरतलब है कि राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक विद्यार्थियों को दोपहर के समय स्कूल परिसर में ही भोजन दिया जाता है। जिसके तहत मिलने वाला राशन भारतीय खाद्य निगम की ओर से लेना होता है। जिसमें कई बार स्कूलों में खराब अनाज भी सप्लाई कर दिया जाता है। 
समय पर लेना होगा अनाज और राशन
सरकारी स्कूलों में मिलने वाला अनाज व अन्य राशन जांचने के बाद ही लेना होगा। इसके बाद ही उठान करना होगा। स्कूलों में भेजे जाने वाले राशन का उठान करते समय शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे। यहीं अगर स्कूलों में खराब राशन मिला तो विभाग के अधिकारी निरीक्षण के दौरान कार्रवाई करेंगे। इसके लिए स्कूल मुखिया व मिड-डे-मिल इंचार्ज ही जिम्मेदारर होगा।
रिपोर्ट से जागा शिक्षा विभाग 
हाल ही में आई नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की यह रिपोर्ट चिंतित करने वाली आई। जिसमें अधिकतर राज्य सरकारी स्कूलों में दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन (मिड-डे-मिल) की गुणवत्ता की जांच के प्रति लापरवाही मिली। कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि लेखा परीक्षा में नमूना जांच में पाया गया कि अधिकतर विद्यालयों में बुनियादी सुविधा रसोई शैडो, समुचित बर्तन और पेयजल सुविधा का घोर अभाव है और यह जानना भी मुश्किल है कि स्कूली बच्चों की आड़ में मध्याह्न भोजन को कौन निवाला बना रहा है। 
मिड-डे-मिल पकते समय भी रखना होगा ध्यान
स्कूलों में बनाने वाले मिड-डे-मिल को तैयार करते समय भी सावधानी बरतनी होगी। इसके लिए मिड-डे-मिल बनाने व विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले बर्तन को अच्छी तरह साफ करना होगा। राशन के लिए खुला तेल या घी की बजाय सील बंद अच्छी कंपनी का तेल अथवा घी का प्रयोग करना होगा। मिड-डे-मिल तैयार करने के लिए किचन की व्यवस्था नहीं होने पर वृक्षों के नीचे तैयार करने पर पाबंदी होगी।स्कूलों में मिड-डे-मिल के राशन की गुणवत्ता जांचने के बाद ही उठान करना होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग का एक अधिकारी भी उठान के समय मौजूद रहेगा। इसके लिए निदेशालय की तरफ से निर्देश मिले हैं।1डॉ. यज्ञदत वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी

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