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Wednesday, 18 October 2017

फर्जी छात्रवृत्ति पर लगेगी रोक, विद्यार्थियों की भी अब जाएगी ऑनलाइन हाजिरी

** विभाग सख्त : विभाग की ओर से पोर्टल के जरिए प्राइमरी से सीनियर सेकेंडरी स्कूलों से डिटेल मांगी गई
सोनीपत : स्कूलों में छात्रों की फर्जी उपस्थिति के आधार पर छात्रवृत्ति हासिल करने वाले मुखियाओं और बोगस हाजिरी के जरिए अपनी सीट और मिड डे मील चलाने वाले शिक्षकों की अब खेर नहीं है। शिक्षा विभाग की ओर से तय किया जा रहा है कि अब विद्यार्थियों की हाजिरी ऑनलाइन की जाएगी। यही नहीं तीन महीनों की हाजिरी को कंपेयर किया जाएगा। विभाग की ओर से पोर्टल के जरिए प्राइमरी से सीनियर सेकेंडरी के सभी स्कूलों से डिटेल मांगी गई है। वहीं स्कूल प्रिंसिपल को डिटेल क्रॉस चेक करने की जिम्मेदारी दी गई है। 
"शिक्षा विभाग के शैक्षणिक सुधार को लेकर काफी कारगर कदम उठाया है। उपस्थिति को लेकर टीचर्स को सही रिपोर्ट देनी होगी। अगर कोई बच्चा कई दिनों से स्कूल नहीं रहा है तो टीचर्स को उसके घर में बात करनी होगी। रिपोर्ट को ऑनलाइन करना होगा।"-- दयानंद आंतिल,जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी। 
उपस्थिति से स्कॉलरशिप में भी गड़बड़ी :

फर्जी उपस्थिती की वजह से छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप में भी काफी गड़बड़ी दिख रही है। क्योंकि स्कॉलरशिप के लिए छात्रों की अटेंडेंस डिटेल्स भेजी जाती है। ऐसे में कम उपस्थिति वाले छात्रों की संख्या अधिक दिखाकर मिलने वाली राशि में गड़बड़ी की जाती है। 
स्कूलों में रजिस्टर में अटेंडेंस को लेकर कई गलतियां और ओवरराइटिंग सामने आईं हैं। सरकारी, एडेड स्कूलों में छात्रों की हाजिरी अब नियमित तौर पर ऑनलाइन दर्ज करानी होगी। छात्रों की उपस्थिति बढ़ाकर दिखाने की शिकायत मिलने पर स्कूल शिक्षा विभाग ने गड़बड़ी सुधारने के लिए परिवर्तन स्कूल एमआईएस पोर्टल पर छात्रों की हाजिरी अपडेट करने के आदेश जारी किया है। 
3 विषय से नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी 

  • मिड डे मील में बजट विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से आता है, ऐसे में ज्यादा संख्या आधार पर बजट ज्यादा आता है। जबकि विद्यार्थी कम होते हैं और बजट फिर कहीं और यूज होता है। 
  • छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की ड्यूटी भी प्रभावित होती है। क्योंकि सीधे तौर पर छात्र संख्या से तबादले जुड़े होते हैं। 
  • सबसे अहम काफी विद्यार्थी पढ़ाई में गंभीरता नहीं दिखाते और स्कूल में पहुंचते नहीं है। जिसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ता है। 


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