** निदेशालय ने डीईओ व डीईईओ को दिये निर्देश, वेतन लटका तो डीओओ होंगे जिम्मेदार
चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग में एचआरएमएस (ह्यूमन रिसर्च मैनेजमेंट सिस्टम)
लागू होने के कारण वेतन को तरस रहे शिक्षा विभाग के करीब दो लाख
कर्मचारियों की की उम्मीद जगी है। शिक्षा निदेशालय ने ऐसे सभी कर्मचारियों
को तनख्वाह जारी करने का निर्देश दिया है जिनका डाटा पोर्टल पर अपडेट हो
चुका।
सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों व डीडीओ
को हिदायत दी गई है कि पोर्टल पर अपलोड किये जा चुके कर्मचारियों का वेतन
तुरंत जारी कर दिया जाए। सभी डीईओ, डीईईओ को उनके द्वारा नियुक्त किए गए
तकनीकी नोडल अधिकारियों की जानकारी निदेशालय और संबंधित डीडीओ के साथ साझा
करनी होगी। इसके अलावा शुक्रवार को एजुसेट के जरिये प्रशिक्षण एवं
विचार-विमर्श सत्र आयोजित किया जाएगा ताकि अड़चनों को तुरंत प्रभाव से दूर
किया जा सके। निश्चित समयबद्ध सीमा के अंदर कर्मचारियों का डाटा पूर्ण करने
की जिम्मेदारी तय की गई है। किसी भी कर्मचारी का वेतन जारी नहीं हुआ तो
संबंधित डीडीओ जिम्मेदार होंगे। बता दें कि पहले शिक्षा निदेशालय ने
निर्देश दिया था कि केंद्र प्रायोजित परियोजना एचआरएमएस में सभी टीचिंग व
नॉन टीचिंग स्टाफ का पूरा डाटा फीड करने के बाद ही सभी को वेतन जारी किया
जाए। एचआरएमएस में डाटा फीड करने के लिए स्कूल इंचाजरें को पासवर्ड दिया
गया है, लेकिन डाटा फीड करने में सभी जगह दिक्कतें आ रही है। कहीं एचआरएमएस
खुल नहीं रहा तो कहीं डीडीओ की लापरवाही इस काम में आड़े आ रही है।
कक्षाओं में लगेगी शिक्षकों की तस्वीर
शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा
ने कहा कि कर्मचारियों को वेतन की चिंता करने की जरूरत नहीं है। खामियों को
दूर कर पोर्टल पर डाटा जल्द अपलोड कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि
गुरु-शिष्य के बीच मधुर संबंध स्थापित करने के लिये सभी सरकारी स्कूलों में
शिक्षकों के फोटो लगाए जाएंगे। स्कूल मुखिया के कार्यालय में डिस्पले
बोर्ड पर लगे इन फोटो पर ‘आदरणीय गुरुजन’ अंकित होगा। इसके अलावा कक्षाओं
में भी संबंधित शिक्षकों के फोटो लगेंगे। 8 अक्टूबर तक यह कार्य पूरा किया
जाना है।
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