करनाल : नौकरी से बर्खास्त किए गए लोअर मेरिट जेबीटी शिक्षकों का आमरण अनशन
जारी है। 17 शिक्षक, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। यह 14 दिनों से अनशन पर
हैं। शिक्षिकाओं ने चेतावनी दी है कि दो दिन में सकारात्मक फैसला नहीं आया
तो वह जल भी त्याग देंगी। इधर तबीयत बिगड़ने की वजह से तीन शिक्षक कल्पना
चावला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं।
धरने पर बैठे शिक्षकों का
नेतृत्व कर रहे जसमेर, मुकेश डिडवानिया, राकेश जांगड़ा और सर्वप्रीत ने कहा
कि सरकार शिक्षा और शिक्षक विरोधी है। पूरी योग्यता के साथ परीक्षा पास
करने के बाद 1259 जेबीटी को नौकरी पर लगाया गया था। एक महीने तक नौकरी पर
रखने के बाद तानाशाह सरकार ने एक झटके में शिक्षकों पर अत्याचार करते हुए
नौकरी से निकाल दिया। सरकार ने शिक्षकों का अपमान किया है और 1259 परिवारों
के साथ भद्दा मजाक किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सरकार और
शिक्षा विभाग जवाब दे कि 2011 में पात्रता परीक्षा पास और विज्ञापन तिथि
तक हर प्रकार की योग्यता पूरी करने वालों को नौकरी से क्यों निकाला गया है।
यह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। आज तक पूरे भारत में कहीं भी
ऐसा नहीं हुआ जो हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग ने किया है। शिक्षकों ने
कहा कि सरकार बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। 1शिक्षक भूख हड़ताल पर अडिग
है और किसी भी सूरत में नौकरी लेकर ही दम लेंगे।
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