** सीएम कार्यालय में सक्षम स्कूल पोर्टल होगा शुरू, बच्चों का लर्निंग लेवल 80 फीसद पर लाने की योजना
** पहले चरण में रोहतक, झज्जर, सोनीपत, फतेहाबाद, यमुनानगर, करनाल और नूंह बनेंगे सक्षम जिले
चंडीगढ़ : देश के चार राज्यों हिमाचल प्रदेश, आंध्रप्रदेश, गुजरात और
मध्यप्रदेश के एजुकेशन सिस्टम का अध्ययन करने के बाद हरियाणा सरकार ने अपने
यहां बच्चों के लर्निंग लेवल (सीखने के स्तर) में सुधार की कार्य योजना
तैयार की है। प्रदेश सरकार के पास रिपोर्ट है कि पांचवीं का बच्चा तीसरी
क्लास और तीसरी क्लास का बच्चा दूसरी या पहली क्लास के विषयों के बारे में
कुछ नहीं जानता। इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने अगले साल
दिसंबर 2018 तक बच्चों के लर्निंग लेवल को 80 फीसदी तक लाने की कार्य योजना
तैयार की है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीएमओ और शिक्षा विभाग के उच्च
अधिकारियों की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक हरियाणा के एजुकेशन सिस्टम में
सुधार के उपायों पर चर्चा की। सीएमओ में बनाए जाने वाले सक्षम हरियाणा सेल
से एजुकेशन सिस्टम में सुधार की मानीटरिंग होंगे, जिसमें 11 अधिकारियों व
कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्य के 119 ब्लाक और 22 जिलों
में छह माह अध्ययन के बाद चार सूत्रीय शिक्षा सुधार कार्यक्रम लागू होगा।
डीसी, एडीसी और सुशासन सहयोगी मिलकर इस योजना को अमल में लाएंगे।
सक्षम
स्कूल पोर्टल बनाने का भी फैसला :
सरकार ने सक्षम स्कूल पोर्टल भी बनाने का
निर्णय लिया है, जिस पर सभी जिलों के आंकड़े मानीटर किए जाएंगे। शिक्षा
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. केके खंडेलवाल और सीएम के अतिरिक्त
प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता की मौजूदगी में हुई इस बैठक में एजुकेशन
सिस्टम में सुधार के लिए आकलन फ्रेम वर्क तैयार किया गया। इसके तहत लर्निग
एनहासमेंट प्रोग्राम लाया जाएगा तथा एमइएस के जरिए हर हेड मास्टर व मास्टर
तक पहुंच बनाई जाएगी, ताकि वे खुद सीख कर बच्चों को सिखाएं। सरकार ने हर
जिले और स्कूल में स्टार शिक्षक चिह्नित करने की भी योजना बनाई है, ताकि
उन्हें प्रोत्साहित कर बच्चों के लर्निंग लेवल में सुधार के लिए प्रेरित
किया जा सके।
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