** अध्यापकों ने लगाया विभागीय आदेशों की अवहेलना का आरोप, धरने की चेतावनी
रोहतक : शिक्षा निदेशालय की ओर से आठवीं कक्षा तक सर्दी की छुट्टियां
बढ़ाने के बावजूद जिला के कई स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों को बुलाया गया।
जिसका शिक्षकों ने जोरदार तरीके से विरोध किया। शिक्षकों इस मामले में
स्थानीय अधिकारियों पर विभागीय आदेशों की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना देने तक की चेतावनी दी है।
1वहीं सभी शिक्षकों ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा भी की है। प्राथमिक
शिक्षक संघ के जिला प्रवक्ता प्रदीप कुमार का कहना है कि विभागीय आदेशों के
अनुसार 12 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे लेकिन बीईईओ कलानौर ने आदेश दिए है
कि सिर्फ बच्चों की छुट्टियां बढ़ाई गई हैं। इसलिए शिक्षकों को स्कूल आना
है। संघ के नेताओं ने कहा कि शिक्षकों को स्कूल जाने में कोई ऐतराज नहीं है
लेकिन बच्चों के बगैर वे वहां क्या करेगें। उन्होंने कहा कि इस तरह के
आदेश जारी करने ही है तो बच्चों को भी बुलाया जाए ताकि समय का सदुपयोग हो
सके। शिक्षक नेताओं ने साफ कहा है कि स्थानीय अधिकारी ने अगर आदेश वापस
नहीं लिए तो संघ चुप नहीं बैठेगा।रोहतक में विरोध करते प्राथमिक शिक्षक
संघ। ’
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
संघ के पदाधिकारियों का कहना है
कि बीइओ रोहतक व कार्यवाहक डीइइओ से उन्होंने मुलाकात की है। उनके आश्वासन
पर एक दिन के लिए धरना फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। संघ नेताओं ने कहा कि
पूरे प्रदेश के स्कूलों में बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों की भी छुट्टी हैं
लेकिन रोहतक के कुछ शिक्षा अधिकारी मनमाने आदेश जारी कर रहे हैं जिन्हें
किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
"प्रदेश के तमाम स्कूलों में
शिक्षा निदेशालय की ओर से आठवीं कक्षा तक की छुट्टियां बढ़ाई गई है। जबकि
कलानौर की अधिकारी ने शिक्षकों को स्कूलों में आने के आदेश जारी किए हैं।
जोकि सही नहीं है। शिक्षकों ने इसका विरोध किया है।"-- रामराज कादियान, जिला
प्रधान, प्राथमिक शिक्षक संघ ।
"शिक्षकों को बुलाने का उद्देश्य यही है कि वे
इन दिनों स्कूलों में आकर अपना पें¨डग कार्य निपटा सकें। वहीं शैक्षणिक
कार्य को और बेहतर बनाने को लेकर कार्यालय में बुधवार को प्राथमिक शिक्षकों
की एक बैठक भी बुलाई गई है। जिसमें अन्य मुद्दों के साथ ही इस विषय पर भी
चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इस मामले में विभाग के आला अधिकारियों से भी
बातचीत की जाएगी।"--पुप्प लता, बीइइओ, कलानौर।
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