.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Tuesday 17 December 2013

अब पांच नंबर में नहीं होंगे पास, करनी होगी पढ़ाई

** एमडीयू ने दूरस्थ शिक्षा में आंतरिक मूल्यांकन को किया बंद 
** अब बहु विकल्पी सवाल भी नहीं आएंगे 
सोनीपत : विद्यार्थियों को पास कराने के लिए अब आपसी साठगांठ का काम नहीं चलेगा। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, प्रशासन ने दूरस्थ शिक्षा में आंतरिक मूल्यांकन पर रोक लगा दी है। 
अब सीधे परीक्षा होगी, जोकि 100 अंक की होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मौजूदा सत्र से ही इस व्यवस्था को लागू करने का फैसला किया है। नए नियमों के तहत अब विद्यार्थियों को बहु विकल्पी सवाल भी नहीं मिलेंगे। 
थ्योरी में सिर्फ 5 अंक लेकर भी पास हो जाते थे विद्यार्थी : 
विवि सूत्रों के मुताबिक डीडीई के तहत डिग्री लेने वालों की 70 अंक की लिखित परीक्षा व 30 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होता था। जिसमें काफी विद्यार्थी स्टडी सेंटर की ओर से 30 में से 29 तक अंक देकर विद्यार्थियों को आगे बढ़ा दिया जाता है। इससे कई ऐसे विद्यार्थी भी परीक्षा में पास हो जाते हैं, जो थ्योरी में सिर्फ 5 अंक लेते हैं। इससे दूरस्थ शिक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठता था। 
परीक्षा में मिले अंक ही करेंगे भाग्य का फैसला : 
लेकिन अब इस आंतरिक मूल्यांकन के 30 अंकों को ही खत्म कर दिया गया है। अब छात्रों को 100 अंक की परीक्षा देनी होगी और परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही पास और फेल निश्चित किया जाएगा। एमडीयू डीडीई को इस बार केंद्रीकृत करते हुए सिर्फ प्रदेशभर में ही चलाया जाएगा।एसएमएस से हेराफेरी भी हो सकेगी खत्म
अब परीक्षाओं में बहु विकल्पी प्रश्नों को भी शामिल न करने का फैसला लिया गया है। इससे एसएमएस और हेराफेरी के जरिए इन बहु विकल्पी प्रश्नों को पूरा किया जाता था। अब उनकी जगह विस्तृत प्रश्नों को शामिल किया जाएगा। बता दें कि बहु विकल्पी प्रश्नों को ही प्रश्नपत्र में शामिल नहीं करने का फैसला शैक्षणिक परिषद की बैठक में लिया गया, जिसे अब लागू भी किया जा रहा है। 
अब पूरे सौ अंक की परीक्षा ली जाएगी 
"यह सही है कि दूरस्थ शिक्षा में इस सत्र से ही आंतरिक मूल्यांकन को बंद किया जा रहा है। अब 100 अंक की ही परीक्षा ली जाएगी।'' --प्रो. नसीब सिंह गिल, निदेशक, डीडीई एमडीयू 
"एमडीयू की यह व्यवस्था बढिय़ा है। इससे परीक्षा की निष्पक्षता बनी रहेगी। क्योंकि दूरस्थ शिक्षा के स्टडी सेंटर में विद्यार्थी आते ही नहीं है और फिर बात शिक्षक की मनमर्जी पर चलती है। अब विद्यार्थी पढ़ाई की ओर गंभीर होंगे।'' --डॉ. ज्योति जुनेजा, प्राचार्य, जीवीएम गल्र्स कॉलेज, सोनीपत                         db





No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.