** स्कूल प्राचार्यो पर भी गिर सकती है गाज
फतेहाबाद : यही माना जाता है कि प्राइवेट स्कूल सरकारी स्कूलों से हर
मामले में आगे हैं। मगर सरकारी आदेशों को मानने में प्राइवेट स्कूल संचालक
काफी पीछे हैं। पांच महीने बीतने के बाद अब तक शिक्षा विभाग के पोर्टल पर
मात्र 6 हजार विद्यार्थियों का ही आधार कार्ड अपलोड है। जबकि विद्यार्थियों
की संख्या 85 हजार है।
शिक्षा विभाग ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी
प्राइवेट स्कूल संचालकों की ¨खचाई करने के लिए शुक्रवार को बैठक बुलाई है।
स्कूल संचालकों को चेतावनी दी जा सकती है। करीब 85 हजार छात्र हैं।
जिनमें
एमआइएस पोर्टल पर अब तक मात्र 24 हजार 7 सौ 99 छात्रों का ही डाटा अपलोड
हुआ है। इसके अलावा 6 हजार 8 सौ 54 विद्यार्थियों का आधार कार्ड अपलोड हुआ
है। जबकि सरकारी स्कूलों के 1 लाख 2 हजार विद्यार्थियों का डाटा अपलोड हो
चुका है। पांच महीने बीतने के बाद अब तक छात्रों का डाटा अपलोड न होने के
कारण शिक्षा विभाग की ओर से दिए जाने वाले लाभों से वंचित रह सकते
हैं।
संशय में स्कूल संचालक :
शिक्षा विभाग के अनुसार प्राइवेट स्कूल
संचालकों को डाटा अपलोड करने के लिए पासवर्ड दिया गया है। लेकिन दिक्कत यह
आ रही है कि स्कूलों के पास मान्यता तो पहली से पांचवीं कक्षा तक है,
लेकिन छात्र आठवीं कक्षा तक हैं। ऐसे में स्कूल संचालक मान्यता प्राप्त से
ऊपरी कक्षाओं के छात्र का डाटा अपलोड नहीं कर सकते। स्कूलों के पास
कंप्यूटर एक्सपर्ट भी नहीं है जो डाटा अपलोड कर सकें। जिस कारण स्कूल
संचालक पीछे हट रहे हैं।
"प्राइवेट स्कूल संचालकों ने अभी तक
छात्रों का डाटा तथा आधार कार्ड अपलोड नहीं किया है, जो कि एक गंभीर विषय
है। इस बारे में शुक्रवार को सभी प्राइवेट स्कूल संचालकों की बैठक ली
जाएगी।"--दयानंद सिहाग, उप जिला शिक्षा अधिकारी। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.