भिवानी : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने प्रदेश सरकार द्वारा 5 सितंबर को राज्य शिक्षक पुरस्कार न देकर ‘शिक्षक दिवस’ के महत्व को कम करने का प्रयास किया है। संघ के राज्य प्रधान वजीर सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश में शिक्षक पुरस्कार शिक्षक दिवस पर दिया जाता है। प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आई है तभी ये शिक्षकों को इस पुरस्कार से वंचित किया जा रहा है। वर्ष 2015 में तो यह कहा गया कि हम अध्यापकों का चयन सही से नहीं कर पाये। इस वर्ष शिक्षक दिवस पर भी शिक्षकों को सम्मान नहीं मिला। प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने बयान दिया कि 5 सितंबर की बजाए 25 सितंबर को शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इस दिन आरएसएस के नेता दीनदयाल उपाध्याय का जन्म दिन है। यह शिक्षा का साम्प्रदायिकरण नहीं तो और क्या है? हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ (सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) इस कदम का कड़ा विरोध करता है।
सरकार शिक्षक की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले कदम पर आगामी रणनीति बनाने के लिए अध्यापक संघ की राज्य कार्यकारिणी की 10 व 11 सितंबर को रोहतक के कर्मचारी भवन में बैठक बुलाई गई है। राज्य प्रधान वजीर सिंह, महासचिव सीएन भारती, कोषाध्यक्ष महताब मलिक, जिला प्रधान सुखदर्शन, प्रदेश प्रवक्ता जगरोशन व प्रेस सचिव बलवान दहिया ने एक संयुक्त बयान में यह बात कही।
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