** गोपालकों को 75 फीसदी सब्सिडी पर बायोगैस प्लांट देने की योजना
** हर गोशाला में बायोगैस प्लांट अनिवार्य करेगी सरकार, गोचरान की भूमि भी होगी विकसित
चंडीगढ़ : प्रदेश में गो पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार नए प्रयोग
करने जा रही है। गोसेवा आयोग का प्रस्ताव सिरे चढ़ा तो राज्य में कामधेनु
यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। इस यूनिवर्सिटी में शुरुआत में गो पालन का
डिप्लोमा करवाया जाएगा, उसके बाद डिग्री कोर्स भी शुरू किए जा सकते हैं।
वहीं सरकार गाय पालने वाले प्रत्येक व्यक्ति को बायोगैस प्लांट लगाने के
लिए सब्सिडी देने पर भी विचार कर रही है। प्लांट लगाने के पीछे गायों के
गोबर और मूत्र का बखूबी इस्तेमाल करने की सोच है। इससे रोजगार भी पैदा होगा
और गोवंश भी बच सकेगा। प्रदेश में 18 लाख गोवंश हैं। इसमें सवा 8 लाख
देसी गाय हैं। करीब सवा 3 लाख गाय राज्य की 430 गोशालाओं में हैं। बाकी
गोवंश लोगों के घरों में है। लगभग डेढ़ लाख गाय ऐसी हैं, जिन्हें सड़कों पर
बेसहारा घूमते देखा जा सकता है।
गोसेवा आयोग ने गायों के संरक्षण और गो
पालन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष रिपोर्ट पेश करने का
निर्णय लिया है। राज्य में प्रस्तावित कामधेनु विश्वविद्यालय में दसवीं के
बाद गोपालन और गोसंरक्षण की पढ़ाई होगी। साथ ही गोबर व गोमूत्र के इस्तेमाल
पर अनुसंधान किए जा सकेंगे। विश्वविद्यालय में अलग से रिसर्च ब्लॉक बनाने
की योजना है। गोसेवा आयोग हर गोपालक को बायोगैस प्लांट पर 50 से 75 फीसद
तक सब्सिडी दिए जाने के हक में है। प्रदेश में गोचरान की भूमि को विकसित कर
गोशालाओं को देने की योजना पर भी काम चल रहा है। राज्य की सभी 430
गोशालाओं में 75 फीसद सब्सिडी पर बायोगैस प्लांट लगाने की योजना है।
गोशालाओं की संख्या बढ़ाकर लावारिस गायों को उन तक पहुंचाने की दिशा में
आयोग कार्य योजना तैयार कर रहा है। यह कार्य योजना गोसेवा आयोग के अध्यक्ष
भानी राम मंगला के गुजरात दौरे के बाद तैयार हुई है। ईद से पहले मिशन
बिरयानी पर बवाल के बाद आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला गुजरात दौरे पर चले
गए थे। उन्होंने वहां के गोसेवा आयोग के अध्यक्ष वल्लभ भाई कटारिया से
मुलाकात की और कई गोशालाओं का दौरा करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है।
"मैं चार दिन गुजरात के अहमदाबाद और बड़ोदरा में लगाकर आया हूं। वहां
गोसेवा आयोग की पूरी वर्किग देखी और समझी। गोशालाओं को प्रोत्साहन और
गोसंरक्षण की दिशा में चल रही परियोजनाओं का आंकलन किया। विस्तृत रिपोर्ट
तैयार कर रहा हूं। जरूरी वीडियो भी बनाए गए हैं। मेरी इच्छा राज्य में
कामधेनु यूनिवर्सिटी खोलने की है। अभयारण्य तो सरकार बना ही रही है। डेयरी
उद्योग को प्रोत्साहन भी इस रिपोर्ट का हिस्सा है। मुख्यमंत्री और पशुपालन
मंत्री के साथ तमाम प्रस्तावों पर जल्द ही चर्चा करूंगा। उम्मीद है कि
हमारे प्रयास सिरे चढ़ेंगे।"-- भानी राम मंगला, अध्यक्ष, गोसेवा आयोग
हरियाणा। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.