गुड़गांव : सरकारी स्कूलों में नियुक्त अतिथि अध्यापकों को ऑनलाइन तबादला नीति के तहत लाया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि अतिथि अध्यापकों के तबादलों में पारदर्शिता लाई जा सके। लोगों की शिकायत रहती थी, कि लोग सिफारिश के बूते अपना मनचाहा स्कूल पा लेते थे। जिनकी सिफारिश नहीं चलती थी उन अतिथि अध्यापकों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से किए गए ऑनलाइन तबादलों के उपरांत जूनियर बेसिक टीचर (जेबीटी) नए स्कूलों में ज्वाइन करेंगे। जिन स्कूलों में स्थायी पद रिक्त रहने से अतिथि अध्यापकों की सेवाएं ली जा रही थी, वहां अब स्थिति बदल जाएगी। नियमित जेबीटी शिक्षक के आ जाने के बाद अतिथि अध्यापकों को वहां से रिलीव कर दिया जाएगा। इन शिक्षकों को समायोजित करने के लिए मौलिक शिक्षा विभाग ने अलग से प्रारूप तैयार करवाया है। अतिथि अध्यापक को यह प्रोफार्मा भरकर अपने-अपने जिलों के शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय में जमा कराना होगा।
जिले में जिस स्कूल में पद रिक्त हैं परफार्मा उसका ब्योरा देना होगा।ं मौलिक शिक्षा निदेशालय से सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को ट्रांसफर पॉलिसी के तहत निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि अब कोई अतिथि शिक्षक जिला व स्टेशन की सिफारिश लेकर निदेशालय में न आएं। निदेशालय से सरप्लस अतिथि शिक्षक के लिए जो परफार्मा जारी किया गया है, उसमें अतिथि अध्यापक को कर्मचारी कोड, नाम, जेंडर, जन्मतिथि, ज्वाइ¨नग की तिथि, स्कूल का नाम व कोड तथा समायोजित वाले जिले का नाम भरकर देना होगा। अतिथि अध्यापकों को काफी आसानी हो जाएगी।। dj
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