चंडीगढ : हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा बुधवार को टीजीटी इंग्लिश अध्यापकों के चयन के लिए शुरू हुए इंटरव्यू को लेकर कुछ युवाओं ने जब सवाल उठाए, तो युवा वर्ग दो गुटों में बंट गए। पूर्व में कुछ इस बाबत हाईकोर्ट में भी शरण ले चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें पहले ही आशंका थी, इसीलिए अयोग्य लोगों के इंटरव्यू नहीं लिए जा सकते। युवाओं ने बताया कि उच्च न्यायालय में सुनवाई के लिए उक्त मामला बृहस्पतिवार को रखा गया था। टीजीटी इंग्लिश पात्र अध्यापक संघ ने चंडीगढ़ में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन कर हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए घोर अनियमितताओं के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि कमीशन ने नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन में जो योग्यता मांगी थी उसे केवल 2608 उम्मीदवार ही पूरी कर रहे हैं। प्रवक्ता उमेश श्योराण ने बताया कि ऐसा हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन से आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर कह रहे हैं, उन्होंने आरटीआई की प्रति दिखाते हुए कहा कि अभ्यर्थियों की फीस कन्फर्म हुई उनकी संख्या 12000 है। स्टाफ सेलेक्शन कमीशन पर अयोग्य लोगों को भी इंटरव्यू में बुलाने के आरोप लगाते हुए कहा कि यह अंदेशा वास्तव में सही साबित हुआ है। हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन पूरी तरह जानकारी होते हुए भी कि 2608 आवेदक ही योग्य हैं। hb
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