** शिक्षक बीईओ कार्यालय में खोज रहे प्रश्नपत्र
फतेहाबाद : शिक्षा विभाग अक्सर शिक्षकों के कामकाज में खोट ढूंढ़ता है। मगर
रविवार को बीईओ कार्यालय का जो नजारा देखा गया, उससे यही साबित होता है कि
व्यवस्था को लेकर कोई गंभीर नहीं है। सोमवार को स्कूलों में छमाही परीक्षा
है। रविवार तक स्थिति ये थी कि प्रश्न पत्रों के बंडल ही पता नहीं कहां
पड़े हैं। खंड के तमाम स्कूलों के बंडल बनाकर बीईओ कार्यालय में फेंक दिये
गए। कार्यालय का दरवाजा खुला छोड़ दिया। वह इसलिए कि स्कूल मुखिया आएं और
अपना बंडल ढूंढ़ कर ले जाएं। सोमवार से प्रदेश के सभी मिडिल स्कूलों में
छठी से आठवीं तक अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। इन परीक्षाओं
को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर नहीं है। प्रश्न पत्रों को कैसा दिया जाना है,
किसे दिया जाना है, इसको लेकर कोई व्यवस्था नहीं। खंड शिक्षा अधिकारी
कार्यालय में प्रश्न पत्रों को बांटने वाला कोई अधिकारी या कर्मचारी ही
नहीं था। स्कूल के अध्यापक आ रहे थे खुद पेपरों के बंडल ढूंढ रहे थे और
लेकर जा रहे थे।
किस कक्षा का बंडल कौन लेकर जा रहा है। देखरेख करने वाला
सिर्फ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। उसे पेपर बांटने संबंधित जानकारी ही
नहीं थी। 26 सितंबर से छठी कक्षा से लेकर आठवीं तथा 27 सितंबर से पहली से
पांचवीं कक्षा तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। परीक्षाओं से
संबंधित प्रश्न पत्र हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से उपलब्ध करवाए
गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से इन प्रश्न पत्रों को बांटने के
लिए खंड शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी लगाई गई है। बीईओ कार्यालय से
संबधित स्कूलों के प्राध्यापकों को प्रश्न पत्र शनिवार को उपलब्ध करवाए
जाने थे। फतेहाबाद के बीईओ कार्यालय में शनिवार को प्रश्न पत्र लेने आए
शिक्षकों को वापस लौटा दिया गया। रविवार को बीईओ कार्यालय में को अधिकारी
या क्लर्क न आने पर अलग-अलग स्कूलों से आए अध्यापकों ने खुद ही प्रश्न
पत्रों के बंडल ढूंढने शुरू कर दिए। बीईओ कार्यालय में सुबह 11 बजे हालात
ऐसे थे कि टीचर के अलावा कोई भी शरारती तत्व आसानी से पेपरों के बंडल को ले
जा सकता था। मौके पर पेपर लेने आने वाले और लेकर जाने वाले की किसी प्रकार
से कोई एंट्री नहीं नहीं की गई।
"प्रश्न पत्रों को बांटने का काम पूरी जिम्मेदारी का होता है, लेकिन अधिकारी
जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं। बीईओ कार्यालय पेपर बांटने को लेकर कोई
व्यवस्था नहीं थी कोई भी आकर आसानी से लेकर जा सकता है। विभाग को सही ढंग
से व्यवस्था कर प्रश्न पत्र बांटने चाहिए।"-- राजपाल मिताथल, राज्य कमेटी
सदस्य, अध्यापक संघ।
"कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ऐसी कोई बात नहीं है कि चतुर्थ श्रेणी
कर्मचारी इस मामले में अनजान हो। उसे पता है कि कौन शिक्षक है। वह कर्मचारी
पढ़ा-लिखा भी है। इस व्यवस्था को लेकर आगे से पूरा ध्यान रखा जाएगा। आज जो
स्थिति बनी है, उसके पीछे हमारी मजबूरी भी रही है।"-- कुलदीप कुमार, खंड
शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद
"जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से सभी बीईओ को निर्देश जारी किए गए
हैं। बीईओ की जिम्मेदारी है कि वह प्रश्नपत्रों को सही ढंग से बंटवाएं। अगर
ऐसा नहीं हुआ है तो गलत है। मामले का पता करूंगा।"-- दयानंद सिहाग, उप जिला
शिक्षा अधिकारी। dj
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