जींद : हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा 2015 में हुए पेपर-3 लीक मामले में पकड़े गये मुख्यारोपी पवित्र गुलिया और तीन अन्य से पूछताछ के बाद बृहस्पतिवार को जींद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। प्रश्नपत्र लीक होने के मात्र दो घंटे में ही व्हाट्सअप के जरिये हजारों लोगों तक पहुंचा दिया गया, जिसमें करोड़ों रुपये का अवैध कारोबार होना था। प्रति परीक्षार्थी एक से तीन लाख रुपये की रकम तय की गई थी। चूंकि रकम परीक्षा परिणाम आने के बाद दी जाने थी, ऐसे में पुलिस को अभी तक किसी भी आरोपी से नकद राशि बरामद नहीं हुई। लेकिन पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया, जिसके बाद करोड़ों का यह अवैध कारोबार नकदी में नहीं बदल पाया।
एएसपी वसीम अकरम ने पत्रकार वार्ता में बताया कि मामले में सोनीपत की तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी परमेश्वरी हुड्डा का नाम भी संलिप्त पाया गया है, क्योंकि इस डीईओ की पुत्रवधु भी पात्रता परीक्षा दे रही थी। एएसपी वसीम अकरम बताया कि 14 नवम्बर, 2015 को हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा पूरे प्रदेश भर में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का सेंटर जींद में भी आयोजित किया गया था। उसी दौरान पुलिस ने पेपर लिक करने वाले आरोपी को पकड़ लिया था। पुलिस इस मामले में 14 आरोपियों जिनमें अमित निवासी खरकभूरा, रणबीर सिंह निवासी मोर पत्ती नरवाना, संदीप निवासी उचाना मंडी, रवि व सचिन निवासी कंझावला दिल्ली, मंजीत बेरी, देवेन्द्र साल्हावास, विकास, नितेश, प्रवीन, गौरव, राजेन्द्र व राजेश सोनीपत, संजीत निवासी पिंडारा को गिरफ्तार करके पहले जेल भिजवा चुकी है। पुलिस ने अब मुख्यारोपी पवित्र गुलिया निवासी सेक्टर 23 सोनीपत, सुरेन्द्र निवासी मोहाना, राजपाल निवासी सितावली मोहाना थाना व अमरजीत उर्फ अमित निवासी दुर्जनपुर को गिरफ्तार करके बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया। dt
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