फतेहाबाद : आधार से लिंक बायोमैट्रिक से हाजिरी लगाने से बच रहे शिक्षा
विभाग के शिक्षकों व कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। शिक्षा विभाग के
अतिरिक्त मुख्य सचिव
पीके दास ने एक महीने का समय समय दिया है।
जिसके मुताबिक 10 जनवरी से 9 फरवरी तक शिक्षकों व कर्मचारियों को बायोमैट्रिक से सौ प्रतिशत हाजिरी लगानी होगी। अगर हाजिरी नहीं मिलती है तो संबंधित शिक्षक व कर्मचारी पर कार्रवाई हो सकती है। जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश मिलने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से सोमवार को सभी स्कूल इंचार्ज को निर्देश जारी हो गए हैं। स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों पर लगाम कसने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से प्राइमरी, मिडल व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में बायोमैट्रिक लगाई जा चुकी हैं। लेकिन अभी तक 50 प्रतिशत तक ही बायोमैट्रिक से हाजिरी लग रही है। स्कूलों को इससे पहले भी तीन बार नोटिस जारी हो चुके हैं लेकिन अभी तक बायोमैट्रिक हाजिरी में सुधार नहीं आ रहा है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सभी शिक्षकों व कर्मचारियों की 10 जनवरी से 9 फरवरी तक बायोमैट्रिक से ही हाजिरी होनी चाहिए। अगर कोई नहीं लगाता है तो इसकी रिपोर्ट भेजी जाए।
"बायोमेट्रिक स्कूलों में लगे सात महीने हो चुके हैं। लेकिन विभाग के अधिकारियों की वजह से सही ढंग से शुरू नहीं हो पा रही हैं। मशीनों को चलाने के सिम कार्ड चाहिए और विभाग न ही ये बता रहा है कि इसका बिल कहां से मिलेगा। विभाग अगर सख्ती करता तो ये काम पहले भी शुरू हो सकता था।"-- देवेंद्र दहिया, प्रदेश संगठन सचिव, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ
"स्कूलों में बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगाना अनिवार्य है। मुख्यालय से भी आदेश हैं कि जहां पर लगी हैं, वहां सौ प्रतिशत हाजिरी होनी चाहिए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। अगर कोई नहीं लगाता है उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी"-- दयानंद सिहाग, उप जिला शिक्षा अधिकारी।
जिसके मुताबिक 10 जनवरी से 9 फरवरी तक शिक्षकों व कर्मचारियों को बायोमैट्रिक से सौ प्रतिशत हाजिरी लगानी होगी। अगर हाजिरी नहीं मिलती है तो संबंधित शिक्षक व कर्मचारी पर कार्रवाई हो सकती है। जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश मिलने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से सोमवार को सभी स्कूल इंचार्ज को निर्देश जारी हो गए हैं। स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों पर लगाम कसने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से प्राइमरी, मिडल व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में बायोमैट्रिक लगाई जा चुकी हैं। लेकिन अभी तक 50 प्रतिशत तक ही बायोमैट्रिक से हाजिरी लग रही है। स्कूलों को इससे पहले भी तीन बार नोटिस जारी हो चुके हैं लेकिन अभी तक बायोमैट्रिक हाजिरी में सुधार नहीं आ रहा है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सभी शिक्षकों व कर्मचारियों की 10 जनवरी से 9 फरवरी तक बायोमैट्रिक से ही हाजिरी होनी चाहिए। अगर कोई नहीं लगाता है तो इसकी रिपोर्ट भेजी जाए।
"बायोमेट्रिक स्कूलों में लगे सात महीने हो चुके हैं। लेकिन विभाग के अधिकारियों की वजह से सही ढंग से शुरू नहीं हो पा रही हैं। मशीनों को चलाने के सिम कार्ड चाहिए और विभाग न ही ये बता रहा है कि इसका बिल कहां से मिलेगा। विभाग अगर सख्ती करता तो ये काम पहले भी शुरू हो सकता था।"-- देवेंद्र दहिया, प्रदेश संगठन सचिव, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ
"स्कूलों में बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगाना अनिवार्य है। मुख्यालय से भी आदेश हैं कि जहां पर लगी हैं, वहां सौ प्रतिशत हाजिरी होनी चाहिए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। अगर कोई नहीं लगाता है उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी"-- दयानंद सिहाग, उप जिला शिक्षा अधिकारी।
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