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Thursday, 5 January 2017

गणित-विज्ञान के इनोवेटिव आइडिया इंस्पायर अवाॅर्ड

** स्कूलों द्वारा पोर्टल पर भेजे जाएंगे विद्यार्थियों के आइडिया, चयनित आइडिया पर होगा मॉडल रूप में काम
रेवाड़ी : इंस्पायर अवाॅर्ड योजना के तहत प्राप्तांकों के आधार पर मिलने वाला प्रेरणात्मक अवाॅर्ड अब विज्ञान गणित विषय में इनोवेटिव आइडिया को मिलेगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की इस योजना के तहत पहले विद्यार्थियों को यह अवाॅर्ड गणित-विज्ञान विषय में अधिकतर प्राप्तांकों के आधार पर दिया जाता था, जबकि अब कम अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थी भी इस अवार्ड के लिए अपने आइडिया भेज सकेंगे। 
अवाॅर्ड के नियमों में बदलाव के बाद विद्यार्थियों के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। चयनित आइडिया पर विभाग द्वारा मॉडल रूप में काम किया जाएगा। इसके लिए एनआईएफ के वैज्ञानिक भी सहयोग करेंगे। ऐसे चयनित मॉडल को राष्ट्रीय स्तरीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनों में शामिल किया जाएगा। 
नकदइनाम भी मिलेगा : 
जिलास्तर से राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शन में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त नॉमिनेशन प्रक्रिया के बाद राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान (एनआईएफ) की ओर से चयनित छात्र-छात्राओं को भी नकद इनाम मिलेगा। इनाम की यह राशि उनके खाते में आएगी। 
एक स्कूल से पांच विद्यार्थी, पांच साल की बाध्यता खत्म 
स्कूलसंचालकों को पोर्टल पर विद्यार्थियों का आइडिया अपलोड करना होगा। इसके तहत स्कूल के ज्यादा से ज्यादा 5 छात्रों के आइडिया पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे। इसके लिए ई-मैनेजमेंट ऑफ इंस्पायर अवॉर्ड स्कीम सिस्टम पर स्कूलों का रजिस्ट्रेशन जरूरी है, जो कि संबंधित पोर्टल पर ही कराया जा सकता है। इंस्पायर अवार्ड-मानक योजना में अब विद्यालय हर साल आवेदन कर सकेंगे, जबकि पहले एक बार चयनित होने पर स्कूल को पांच साल बाद आवेदन का अवसर मिलता था। 
पिछले साल 11 विद्यार्थी गए थे राज्य स्तर तक 
जिलाविज्ञान विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश का कहना है कि इंस्पायर अवॉर्ड के लिए पिछले साल जिले के 154 विद्यार्थियों को सफलता मिली थी। राज्यस्तरीय स्पर्धा में 11 विद्यार्थियों ने जिले का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि नेशनल लेवल के लिए कोई चयनित नहीं हो पाया। इस बार अवॉर्ड के लिए चयन गणित-विज्ञान विषय में अधिकतम प्राप्तांकों से नहीं, बल्कि उनके इनोवेटिव आइडिया के आधार पर होगा। सभी स्कूल संचालक अपने मेधावी विद्यार्थियों के आइडिया पोर्टल पर अपलोड करें। 

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