** ग्रामीण अंचल में बनाए गए केंद्रों में नकल होने की मिली थी शिकायत
** मार्च में शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए उठाए जा रहे कदम
रोहतक : बोर्ड परीक्षाओं में केंद्रों पर नकल रोकने के लिए बोर्ड प्रयासरत है। ऐसे में नकल के लिए बदनाम केंद्रों पर अब शिक्षा विभाग के फ्लाइंग स्क्वायड के अलावा गांव के सरपंचों की भी नजर रहेगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने सभी जिलों के सरपंचों से नकल होने देने का शपथपत्र लेना शुरू कर दिया है। शपथपत्र देने के बाद भी यदि गांव के किसी केंद्र पर नकल पकड़ी गई तो सरपंच पर केस दर्ज होगा।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में पहली बार 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा में इस बार सरपंचों की जवाबदेही तय की जा रही है। मार्च में परीक्षाएं आयोजित होनी हैं। इसमें हजारों विद्यार्थी शामिल होंगे। पहले चरण में प्रदेश के सभी जिलों में जहां पर नए परीक्षा केंद्र बनाने के आवेदन रहे हैं, अभी वहां के सरपंचों से शपथपत्र मांगे हैं, जिनमें अधिकांश सरपंचों ने नकल होने देने के आशय का शपथपत्र दिया है। सभी को अवगत कराया है कि यदि केंद्र पर नकल पकड़ी गई तो उन पर केस दर्ज कराया जाएगा। दूसरे चरण में जिन जिलों में पहले से परीक्षा केंद्र बनते रहे हैं, उन गांवों के सरपंच से शपथपत्र देने पर जोर दिया जाएगा। वहीं जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, पिछले सत्र में जिले में करीब 90 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, इनमें ग्रामीण अंचल में बनाए गए केंद्रों में नकल होने की काफी शिकायत मिली थीं। शिकायत अन्य जिलों से भी मिलने के बाद आगामी परीक्षाओं में सख्ती बरतने की तैयारी की जा रही है।
ओपन और रेगुलर परीक्षाओं के एक होंगे केंद्र : चेयरमैन
"ओपनरेगुलर बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए परीक्षा केंद्र एक ही रहेगा। पिछले कई सत्रों की तरह अलग-अलग केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। बोर्ड टीम के साथ गहन मंथन करने के बाद यह फैसला लिया गया है। परीक्षा केंद्र एक होने से परीक्षार्थियों को भटकना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा सचल दल का गठन किया जा रहा है।"-- डॉ.जगबीर सिंह, चेयरमैन, शिक्षा बोर्ड
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