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Saturday, 25 June 2016

दिल्ली सरकार ने 1379 शिक्षकों की नियुक्ति को दी मंजूरी

** 769 पंजाबी और 610 उर्दू के शिक्षक होंगे नियुक्त
नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने पंजाबी भाषा के 769 और उर्दू भाषा के 610 पदों पर प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षकों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। सरकार के प्रत्येक स्कूल में सेकेंडरी स्तर पर उर्दू, पंजाबी और संस्कृत भाषा के कम से कम एक-एक शिक्षक होंगे। अभी दिल्ली में 1024 स्कूलों (898 सीनियर सेकेंडरी, 106 सेकेंडरी और 20 माध्यमिक स्कूल) में से करीब 98 फीसद में संस्कृत, 24 फीसद में पंजाबी और 25 फीसद स्कूलों में उर्दू की शिक्षा दी जाती है।
इस सत्र में 28612 छात्रों ने पंजाबी भाषा को चुना है और 82341 छात्रों ने उर्दू का विकल्प लिया है। अभी इन स्कूलों में 8वीं तक तीन और 9वीं व दसवीं में सिर्फ दो भाषाएं पढ़ाई जाती हैं। दिल्ली एजुकेशन एक्ट 1973 के नियम 9 के अनुसार कक्षा छह से दस तक केंद्र सरकार द्वारा अपनाया गया तीन भाषाओं का फॉमरूला ही मान्य है। भारत सरकार के राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में अपर प्राइमरी (6-8) से लेकर सेकेंडरी स्टेज (9-10) तक तीन भाषाओं का प्रावधान है। इसके अनुसार तीसरी भाषा भी अपर प्राइमरी स्टेज पर ही पढ़ानी चाहिए और यदि एक बार तीसरी भाषा की पढ़ाई शुरू हो जाए तो तीनों भाषाओं को 10वीं तक जारी रखना चाहिए। दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों में इन भाषाओं के कम से कम एक-एक शिक्षक की नियुक्ति करना चाहती है, जिससे पंजाबी और उर्दू भाषा का विकल्प चुनने वाले छात्रों को शिक्षकों की कमी का सामना नहीं करना पड़े।                                                                         dj 

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