चंडीगढ़ : ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) से पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के रूप में पदोन्नत हुए सभी अध्यापकों को उनकी मनपसंद जगहों पर पोस्टिंग मिल सकती है। इसके अलावा महिलाओं को उनके जिलों में ही रखने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को नई ट्रांसफर पॉलिसी के तहत अपने विकल्प लिखकर देने होंगे। नई ट्रांसफर पॉलिसी लगभग तैयार हो गई है। अगले 15 दिन में यह पॉलिसी जारी होने की संभावना है।
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग और ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर हुई मीटिंग में यह फैसले किए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ट्रांसफर पॉलिसी का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर भी देखा। उन्होंने बताया कि हाल ही पदोन्नत हुए करीब 2,300 पीजीटी में 1500 को तो 10 साल के बाद कैरियर एश्योर्ड प्रमोशन (एसीपी) का लाभ दिया गया है। इधर, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पी.के. दास के साथ हरियाणा राज्य अध्यापक संघ (महासंघ से संबंधित) के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई मीटिंग में उन्हें भी ट्रांसफर पॉलिसी के तहत अपने विकल्प देने को कहा गया है। मीटिंग के बाद एसीएस पीके दास ने बताया कि टीचरों को कहा गया है कि अभी उनके ट्रांसफर इसलिए किए गए हैं, ताकि उनकी पदोन्नति प्रभावी हो जाए। अगले 15 दिन में वे नई पॉलिसी के तहत ट्रांसफर के विकल्प देंगे तो उसके हिसाब से उनके ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। जहां तक पति-पत्नी की बात है तो वे दोनों भी विकल्प दे सकते हैं, उन्हें एक ही जिले में रखने की कोशिश की जाएगी। db
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