बराड़ा : शिक्षा विभाग हरियाणा ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करके स्कूलों में चेकिंग करने के बारे में दिशा-निर्देश जारी किए है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से जारी इस पत्र में कहा गया है कि उपरोक्त अधिकारीगण स्कूलों में चेकिंग के दौरान स्कूलों में वातावरण को तनावमुक्त रखेंगे। साथ ही खासतौर पर वह निरीक्षण दौरान कक्षा में पढ़ा रहे टीचर को किसी भी बात पर बच्चों के सामने प्रताड़ित नहीं करेंगे बल्कि उनके साथ मैत्री भाव से पेश आएं। अक्सर देखने में आता था कि अधिकारी कक्षा में पढ़ाने वाले टीचर को कक्षा के बच्चों के सामने ही प्रताड़ित करने से भी नहीं चूकते थे। जिस पर शिक्षा विभाग ने कड़ा कदम उठाते हुए कहा कि वह बच्चों के सामने टीचर को प्रताड़ित नहीं कर सकेंगे। अपने स्कूल निरीक्षण के दौरान अधिकारी प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों के शैक्षणिक स्तर का पता लगाएंगे। अधिकारी अपने साथ लाए गए चेकिंग प्रोफार्मा में केवल टिक मार्क ही नहीं करेंगे बल्कि इसके साथ-साथ प्रोफार्मा में अपनी विशेष टिप्पणी भी लिखेंगे। पत्र में हिदायत दी गई है कि निरीक्षण करने आए अधिकारियों को स्कूलों में होने वाली नकारात्मक सकारात्मक गतिविधियों पर भी विशेष नजर रखनी होगी। पत्र में अधिकारियों को कहा गया है कि वह अपने निरीक्षण की रिपोर्ट केवल निदेशालय भेजने तक ही सीमित रखें बल्कि उन समस्याओं के जल्द हल करने की भी कार्रवाई अमल में लाएं। अगर समस्याओं के समाधान की कार्रवाई की गई है तो उसे एएमएस पोर्टल पर भी अपलोड करवाएं।
"अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान किए जाने वाले कामों को लेकर यह पत्र जारी किया गया है जिससे उन्हें निरीक्षण के दौरान किए जाने वाले कामों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। इससे सकारात्मक परिणाम सामने आयेगें। इससे स्कूलों का वातावरण सकारात्मक बनने में मदद मिलेगी।"-- नंदकिशोर वर्मा, सहायक निदेशक, माध्यमिक शिक्षा विभाग हरियाणा।
माहौल को तनाव मुक्त बनाने के लिए विभाग का फैसला
शिक्षाविभाग ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंंकि क्लास में बढ़ रहे तनावपूर्ण माहौल को कम किया जा सके। इसे लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। इन आदेशों को जल्द से जल्द सभी स्कूलों में पालन के लिए भेज दिया गया है। ऐसे में अगर कोई नियमों की अवहेलना करेगा तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अक्सर देखने में आया है कि जब भी कोई खामी पाई जाती है तो अिधकारी क्लास में ही बच्चों के सामने टीचर को फटकार लगा देते हैं जिससे टीचर तो शर्मिंदगी तो महसूस करता है ही, साथ ही बच्चे भी टीचर का माखौल उड़ाने लगते हैं। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.