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Friday, 28 June 2013

एचटेट-2013 : मिलान में गलत निकली पकड़ी गई 'की'

** दलालों की रही बल्ले- बल्ले, दो दर्जन पर केस
एचटेट की परीक्षा में इस बार भी दलालों की बल्ले-बल्ले रही। करीब दो दर्जन परीक्षार्थियों के पास से नकली 'की' बरामद की गई। परीक्षार्थियों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने 'की' एक से डेढ़ लाख रुपये में खरीदी है। 
परीक्षार्थियों से 'की' मिलने के बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अधिकारियों में हड़कंप मच गया और रातभर परीक्षार्थियों से मिली 'की' और असल 'की' का मिलान किया गया। दोनों 'की' आपस में नहीं मिली। इसके बाद बोर्ड अधिकारियों ने राहत की सांस ली। जिन परीक्षार्थियों से नकली 'की' बरामद हुई थी, अब बोर्ड प्रशासन ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया है ताकि यह षडयंत्र रचकर परीक्षार्थियों से रुपये ऐंठने वालों तक पहुंचा जा सके। अब पुलिस नकली 'की' रखने वाले परीक्षार्थियों के माध्यम से दलालों तक पहुंचने का प्रयास करेगी। 
करनाल-फरीदाबाद में सबसे अधिक नकलची: 
25 व 26 जून को हुई एचटेट परीक्षा में प्रदेश के 13 जिलों में बनाए गए 532 परीक्षा केंद्रों पर करीब तीन लाख 79 हजार 781 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा में 75 नकल के केस दर्ज किए गए। इनमें करीब दो दर्जन नकली 'की' साथ रखने वाले, कुछ मोबाइल साथ रखने वाले, कुछ मोबाइल लीड व ब्लूटूथ व अन्य साधनों से नकल करते पकड़े गए। करनाल में नकल के सबसे अधिक केस दर्ज किए गए। यहां 26 जून की परीक्षा में ही 20 केस नकल के दर्ज किए गए। फरीदाबाद में 11, फतेहाबाद, यमुनानगर में सात-सात, अम्बाला में छह, कैथल में पांच, पानीपत में चार, हिसार में दो, गुडग़ांव, रेवाड़ी, चंडीगढ़ में एक-एक नकलची पकड़ा गया। 25 की परीक्षा में यमुनानगर में तीन, गुडग़ांव में दो, अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, करनाल, पानीपत में एक-एक नकलची पकड़े गए। 
एक सप्ताह में जतानी होगी प्रश्नों पर आपत्ति:
शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में गलत प्रश्न को लेकर इस बार उम्मीदवार ज्यादा बवाल नहीं मचा पाएंगे। बोर्ड ने ऐसे किसी भी संभावित प्रश्न पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए परीक्षा तिथि से सात दिनों तक की समय सीमा निर्धारित की है। जिसके बाद ऐसा कोई भी दावा स्वीकार नहीं किया जाएगा। बोर्ड ने यह फैसला गत वर्षों के अनुभव को देखते हुए लिया है, जिसमें उम्मीदवारों ने गलत प्रश्नों का हवाला देते हुए कृपांक देने की मांग की थी। इस बार ऐसे किसी भी विवाद को रिजल्ट जारी करने से पहले ही सुलझा लिया जाएगा। बोर्ड की ओर से वर्ष 2011 में अक्टूबर में एचटेट परीक्षा ली गई थी। इनमें दो-तीन प्रश्न ऐसे थे, जिन पर उम्मीदवारों ने सवाल खड़े किए थे। एक या दो अंकों से फेल होने वाले उम्मीदवारों ने इन गलत प्रश्नों का मामला उठाते हुए कृपांक देकर पास करने की मांग कर दी थी। 
बोर्ड की ओर से मना कर दिए जाने के बाद ऐसे उम्मीदवारों ने कोर्ट में भी मामला दायर कर दिया था। बाद में राज्य सूचना आयोग के निर्देश पर बोर्ड को भी अपनी वेबसाइट पर प्रश्न पत्र और उनकी आंसर की जारी करनी पड़ी थी। इसलिए बोर्ड ने इस बार किसी भी विवाद से बचने के लिए पहले ही रास्ता निकाल लिया है। जिसके तहत उम्मीदवारों को रिजल्ट जारी होने से पहले ही अपनी आपत्ति दर्ज करानी होगी। बोर्ड सचिव डॉ. अंशज कुमार का कहना है कि निर्धारित तिथि के बाद ऐसे किसी भी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। 
"उत्तरमाला एकदम नकली थी, जिसके पीछे गैर सामाजिक तत्वों का हाथ था। इसकी विस्तार से जांच कर ली गई है। परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है ताकि षडयंत्र रचने वालों तक पहुंचा जा सके।"--डा. केसी भारद्वाज, अध्यक्ष हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड 

"उत्तरपुस्तिकाएं बोर्ड मुख्यालय आ गई हैं। जिनकी वीडियोग्राफी करते हुए स्कैनिंग का कार्य शुरू हो गया है। इसकी निगरानी बोर्ड अधिकारियों के अलावा बाहर से दो आईएएस स्तर के अधिकारियों द्वारा की जा रही है।"--डा. अंशज सिंह, सचिव हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ..DB

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