इसलिए मांगे सुझाव : प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सभी संकाय के सेमेस्टर की परीक्षाओं और उनके परिणामों में उलझे रहने से शिक्षा का स्तर गड़बड़ाने लगा है। महीनों चलने वाली परीक्षाओं और देरी से आते परिणामों के चलते सेमेस्टर सिस्टम को बंद करने की मांग उठने लगी है, लेकिन हरियाणा सरकार सेमेस्टर सिस्टम को फिलहाल बंद करने के मूड में नहीं है। ऐसे में सेमेस्टर सिस्टम में सुधार किए जाने के लिए विवि विशेषज्ञों से सुझाव मांगे गए हैं। इस मामले को लेकर बीती 29 मई को राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया है।
ताकि सेमेस्टर सिस्टम को बेहतर बनाए रखा जा सके। ये कमेटी परीक्षा तंत्र व शैक्षणिक कैलेंडर में सुधार के लिए सुझाव पेश करेगी।
अभी ये हैं हालात
बता दें कि एक सेमेस्टर सिस्टम की परीक्षा पूरे होने में तीन से चार महीने का समय लगता है। इसके बाद परीक्षा परिणाम आने में पांच से छह महीने लग जाते हैं। विवि प्रबंधन के इसी प्रक्रिया में फंसे रहने के चलते खेल, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियां सिमटने लगी है। बच्चों के लिए परीक्षा पास करना ही एकमात्र मकसद रह गया है। कुछ विश्वविद्यालयों को बढ़ते बोझ के चलते बाहर से परीक्षा परिणाम प्रिंट करवाने के बाद भी स्थिति संभल नहीं पा रही है।
इन मुद्दों पर कमेटी बनाएगी रिपोर्ट:
1. परीक्षा तंत्र को लेकर परीक्षा के दिनों में कटौती किए जाने और परीक्षा परिणाम पर समय पर घोषित किए जाना
2. शैक्षणिक कैलेंडर को पुनर्निर्धारित किया जाए, परीक्षाओं के दिन निश्चित किए जाएं।
3. सेमेस्टर सिस्टम की जरुरतों के मुताबिक अन्य गतिविधियां पुनर्गठित की जाएं।
4. कमेटी इन फैसलों को लागू किए जाने की व्यवहारिकता पर सुझाव दे।
ये शामिल होंगे कमेटी में:
इस कमेटी में कुरुक्षेत्र विवि के वीसी ले.जनरल डॉ. डीडीएस संधु को चेयरमैन व संयोजक बनाए गए हैं। कमेटी सदस्य के तौर पर एमडीयू के वीसी एचएस चहल, सीडीएलयू सिरसा के वीसी डॉ. एमएल रंगा, बीपीएस महिला विवि खानपुर कलां की वीसी डॉ. पंकज मित्तल, मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विवि फरीदाबाद के वीसी एनसी वधवा व राजकीय कॉलेज करनाल के प्रिंसीपल डॉ. आरएस शर्मा को शामिल किया गया है।
"विवि व कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम सुधार को लेकर छुट्टियों को पुनर्निर्धारित किया जा रहा है, ताकि पढ़ाई के दिनों को बढ़ाया जा सके और बच्चों को परीक्षाओं की चिंता में ही न घिरा रहना पड़े। इसके लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।" - डॉ. एसपी वत्स, रजिस्ट्रार, एमडीयू रोहतक। ..DB
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.