गलती शिक्षा विभाग की। भुगत रहे प्रदेश के 45 हजार युवा। सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत भर्ती किए जाने वाले वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर का पहले दो बार इंटरव्यू टाला गया और अब भर्ती को ही स्थगित कर दिया गया है।
वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर के 2754 पदों के लिए पहले फरवरी में इंटरव्यू होने थे जिसे अप्रैल तक टाला गया। अप्रैल में इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन फिर इसे बिना कोई ठोस कारण बताए बंद कर दिया गया। अब इंटरव्यू कब होगा? ये तय नहीं है। सर्वशिक्षा अभियान के अधिकारी स्थिति स्पष्ट करने से बच रहे हैं।
खामी अपने स्तर पर :
एसएसए के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार जब पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था, तब इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया। चयन प्रक्रिया कैसी होगी, इसका भी ख्याल नहीं रखा गया और सीधे इंटरव्यू लेने की बात कह दी गई। 2754 पदों के लिए 45 हजार आवेदन मिलने के बाद विभाग परेशान हो गया। यदि पहले से प्रवेश परीक्षा रखी होती तो आवेदकों की छंटनी आसान हो सकती थी। अब एसएसए के अधिकारी इतने ज्यादा आवेदकों के इंटरव्यू लेने के मूड में नहीं हैं।
मुझे कुछ नहीं कहना :
इस बाबत सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक टीएल सत्यप्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोलेंगे। यह नीतिगत फैसला है। इंटरव्यू कब होंगे? इस सवाल पर भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और कहा कि यह प्रक्रिया उनसे पहले से चल रही है।
वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर के 2754 पद भरे जाने थे। इसका विज्ञापन निकालते समय आवेदन के बाद सीधे इंटरव्यू के जरिये चयन की बात कही गई थी। वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर का काम सरकारी स्कूलों में छठी से आठवीं तक के बच्चों को मॉडल बनाना, सिलाई-कढ़ाई सिखाना और मोमबत्ती बनाना सिखाना है। इन पदों के लिए 45 हजार आवेदन मिलने के बाद अधिकारी ये सोचकर परेशान हैं कि इतने ज्यादा आवदेकों का इंटरव्यू कैसे लिया जाए? ऐसे में उन्होंने इंटरव्यू प्रक्रिया को ही टाल दिया है। ..DB
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.