हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा का इस साल का नतीजा बीते तीन बरसों में सबसे निराशाजनक है। इस बार बोर्ड ने रिजल्ट को बेहतर बनाने वाले एक महत्वपूर्ण फैक्टर 'ग्रेस मार्किंग' को अलग रखा जिसका नतीजा ये रहा कि परीक्षा में बैठे कुल 252158 बच्चों में से 40.69 फीसदी पास ही नहीं हो पाए। इस बार का रिजल्ट 'आधा पास-आधा फेल' वाला रहा। एक और चौंकाने वाली बात-निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बेहतर रहा है।
आगे इससे भी बड़ी परीक्षा : स्कूल शिक्षा बोर्ड के पास होने वाले बच्चों को अब कॉलेजों में एडमिशन के समय एक और बड़ी परीक्षा का सामना करना होगा। यहां उनका मुकाबला सीधे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के विद्यार्थियों से होगी, जिनका रिजल्ट बेहतर रहा है।
इस बार भिवानी बोर्ड का रिजल्ट देखें तो बच्चों का रुझान आट्र्स जैसे परंपरागत विषयों की जगह मेडिकल, नॉन-मेडिकल और कॉमर्स में ज्यादा रहा है। ..DB
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