हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के दसवीं और 12वीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा विभाग अब खामियां तलाशने में जुट गया है। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने शिक्षा विभाग से रिपोर्ट लेकर स्थिति स्पष्ट करने की घोषणा की थी। विभाग के अधिकारी स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं।
इस बार 5 जून को घोषित दसवीं कक्षा की 52 फीसदी और इससे पहले एक जून को घोषित 12वीं कक्षा का परिणाम 60 फीसदी था। शिक्षकों का कहना है कि विभाग की खामियों के कारण ही परीक्षा परिणाम प्रभावित हुआ है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि शिक्षा के स्तर में गुणवत्ता लाने के लिए नियमित रूप से रिपोर्ट बनती रहती है। रेवाड़ी के डीईओ वीरेंद्र सिंह कहते हैं कि स्कूलों में व्याप्त खामियों को दुरुस्त कर उनमें सुधार करना रिपोर्ट का मुख्य उद्देश्य है।
अच्छे अंक की उम्मीद कैसे:
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रांतीय उपप्रधान महावीर सिंह का कहना है कि जब आठवीं तक विद्यार्थियों को पढ़ाई का दबाव नहीं रहेगा तो दसवीं में अचानक तनाव पैदा करने वाली स्थिति बन जाती है। बोर्ड ने जो परिणाम घोषित किया वह कहीं अलग से नहीं था बल्कि विद्यार्थियों की अपनी मेहनत के आधार पर था। सेमेस्टर सिस्टम शुरू तो करा दिया, लेकिन न समय पर किताबें विद्यार्थियों को दी जा रही हैं और न ही पर्याप्त स्टाफ
एक प्राध्यापक के सहारे भी बेहतर परिणाम:
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन जिला प्रधान हरीश कुमार कहते हैं कि जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में 11वीं 12वीं कक्षा के विषय विशेषज्ञ प्राध्यापक पूरे नहीं है। कई स्कूल ऐसे हैं जहां एक ही प्राध्यापक कई विषयों को पढ़ा रहा है। ऐसे में विषय विशेषज्ञ प्राध्यापकों की कमी के बावजूद कई स्कूलों का परिणाम बेहतर रहा। ..DB
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.