यमुनानगर : प्रदेश के 895 स्कूलों में कार्यरत 3200 स्कूल इन्फर्मेशन मैनेजर्स (सिम) की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इस संबंध में हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद हरियाणा के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर आलोक वर्मा ने आठ जून को जारी किए पत्र में प्रदेश भर में काम कर रहे सभी स्कूल इन्फर्मेशन मैनेजर्स (सिम) की सेवाएं समाप्त करने का पत्र जारी किया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर इनको कोई भी स्कूल इस अवधि के बाद काम पर रखता है तो उसका वेतन परिषद द्वारा नहीं दिया जाएगा। सिम की सेवाएं समाप्त किए जाने से अध्यापकों में काफी रोष है। उनका कहना है कि एक तरफ तो सरकार पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए प्रयासरत हैं वहीं दूसरी और स्कूलों के एकमात्र डिजीटल सहारे को भी छीन लिया। जबकि कंप्यूटर टीचर और लैब अटेंडेंट्स की सेवाएं पहले ही समाप्त की जा चुकी हैं। इस तरह कैसे चलेगा डिजीटल हरियाणा, यह समझ नहीं आता है कि आनलाइन वाले काम कैसे चलेंगें। हरियाणा राज्य अध्यापक संघ संबंधित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप सरीन ने मांग की है कि सरकार को जल्द इन सिमस का कांट्रेक्ट रीन्यू करके इन्हें सेवाओं में वापस ले और इनको रेगुलर किया जाए।
एलिमेन्टरी स्कूल हेडमास्टर एसोसिएशन हरियाणा-94 के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर सिंह मलिक ने मांग की है कि हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के अलवा मिडल स्कूलों में भी सिम के पद देने चाहिए ताकि कम्प्यूटरीकृत कार्यों का निपटारा अध्यापकों का समय बचाते हुए निपटाया जा सके।
कांट्रेक्ट रिन्यू कर बहाली हो
हरियाणा राज्य अध्यापक संघ संबंधित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप सरीन ने बताया कि सरकार को जल्द इन सिम्स का कांट्रेक्ट रिन्यू करके इन्हें सेवाओं में वापस ले और इनको रेगुलर किया जाए। संघ के चेयरमेन कुलभूषण शर्मा, राज्य प्रवक्ता रविंदर राणा, सचिव संजीव मंदोला ने कहा की अध्यापक संघ इनके समर्थन में खड़ा है और बड़ा आंदोलन करेंगे। dt
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