चंडीगढ़ : नोटबंदी के चलते हरियाणा सरकार अपने तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनके वेतन में से 10-10 हजार रुपये कैश देगी। इसका भुगतान केंद्र सरकार की तर्ज पर होगा। क्लास-वन और टू के अधिकारियों को किसी तरह की राहत नहीं मिलेगी। नकद भुगतान के लिए वित्त विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में भेज दिया है। वहां से इसे जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर, राज्य के कर्मचारी पूरा वेतन नकद देने की मांग कर रहे हैं।
सीएमओ की मंजूरी के बाद वित्त विभाग इस बारे में सभी विभागों के अध्यक्षों, जिला उपायुक्तों और बोर्ड-निगमों के प्रबंध निदेशकों को हिदायतें जारी करेगा। चंडीगढ़ व पंचकूला स्थित प्रदेश मुख्यालय पर कार्यरत कर्मचारियों के नकद भुगतान का इंतजाम चंडीगढ़ से ही होगा। वहीं जिलों एवं उपमंडलों में कार्यरत कर्मचारियों को 10-10 हजार रुपए नकद देने का प्रबंध स्थानीय प्रशासन करेगा। इसके लिए संबंधित बैंकों के महाप्रबंधकों को पत्र लिखा जाएगा। मॉनिटरिंग एवं काेऑर्डिनेशन विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है।
24 हजार भी निकलवा सकेंगे :
10-10 हजार रुपये कैश लेने के बाद कर्मचारी अपने बैंक खातों से अन्य उपभोक्ताओं की तरह 24 हजार रुपये भी निकलवा सकेंगे। नकद राशि देने का रिजर्व बैंक के उस फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसमें सेविंग खाताधारकों पर कैश निकलवाने की लिमिट तय की गयी है।
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