फतेहाबाद : आंगनबाड़ी केंद्रों की बिगड़ती व्यवस्था को सुधारने के लिए
महिला एवं बाल कल्याण मंत्रलय ने नई पहल शुरू की है। प्रदेश में जितने भी
आंगनबाड़ी केंद्र हैं उन्हें सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा।
जिससे बच्चों की पढ़ाई भी हो सके। कुछ आंगनबाड़ी केंद्र को प्ले स्कूल के
नाम से भी जाना जाएगा, जिसमें बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इसका मुख्य
उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्र में सुधार लाना है।
प्रदेशभर में करीब 259962
आंगनबाड़ी केंद्र हैं। प्रत्येक गांव में एक से दो आंगनबाड़ी केंद्र हैं।
इन केंद्र पर समान तो समय पर पहुंच रहा है लेकिन बच्चों की संख्या कम हो
रही है। ये आंगनबाड़ी केंद्र गांव के बीच किसी कमरे में चल रहे हैं। अगर
अधिकारी भी जांच करने के लिए पहुंचे तो आंगनबाड़ी दिखाई नहीं देती। इस कारण
अब इन आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थित खराब होती जा रही है। इन आंगनबाड़ियों
की स्थिति सुधारने के लिए ही महिला एवं बाल कल्याण मंत्रलय ने कदम उठाया
है। अब इन आंगनबाड़ियों को सरकारी स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा ताकि इस पर
निगरानी रहे। फतेहाबाद जिले में 920 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन आंगनबाड़ी
केंद्रों को सरकारी स्कूल में शिफ्ट करने के लिए कार्य शुरू हो गया है।
प्रदेशभर में महिला एवं बाल कल्याण मंत्रलय ने सभी अधिकारियों को पत्र
लिखकर आंगनबाड़ी केंद्रों को सरकारी स्कूलों में शिफ्ट करने के आदेश दिए
हैं। स्थानीय अधिकारियों के पास लेटर की कॉपी भी आ गई।
"प्ले स्कूल खोलने के
बारे में अभी पत्र नहीं आया है। सुना जरूर है कि कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों को
प्ले स्कूल का नाम दिया जाएगा। लेकिन अभी मंत्रलय से केवल आंगनबाड़ी
केंद्रों को स्कूल में शिफ्ट करने का ही पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें
आंगनबाड़ी को सरकारी स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा।"-- सुशीला रानी, महिला
एवं बाल विकास अधिकारी फतेहाबाद।
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