** इससे वर्तमान में पीटीआइ की हर माह औसतन चार से पांच हजार सेलरी बढ़नी तय है
** सात माह बाद भी नहीं भेजी आकलन रिपोर्ट
अंबाला शहर: प्रदेशभर के सभी पीटीआइ को पीटीआइ एनएफसी (नेशनल
फिटनेस कोट्र्स) के बराबर ग्रेड देने के मामले में शिक्षा निदेशालय ने
सख्ती दिखाते हुए शनिवार तक शेष सभी मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट
मांगी है। निदेशालय ने इन आदेशों की अनुपालना न करने पर अनुशासनात्मक
कार्रवाई की बात भी कही गई है।
बता दें कि दरअसल मौलिक शिक्षा निदेशालय ने
8 मार्च को शारीरिक शिक्षकों को 4600 ग्रेड-पे देने के लिए वर्तमान ग्रेड
और दिए जाने वाले ग्रेड के बीच की आंकलन रिपोर्ट पेश करने के आदेश सभी
मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दिए थे। इन आदेशों की अनुपालना महज पांच जिलों
के डीईईओ ही कर पाए। शेष ने रिपोर्ट पेश नहीं की। इस पर अब सभी को नोटिस
जारी किए गए हैं।
सेवानिवृत और सेवारत सभी पीटीआइ को मिलेगा लाभ
"निदेशालय से आदेश के बाद हमने सभी पीटीआइ से रिपोर्ट मांगी है। पीटीआइ बढ़े हुए ग्रेड का आंकलन कर रिपोर्ट अपने स्कूल हेड को देंगे और स्कूल हेड बीईओ को। वहां से शनिवार तक हमारे पास रिपोर्ट आ जाएगी। सेवानिवृत्त और सेवारत सभी पीटीआइ की रिपोर्ट मांगी गई है।"-- धर्मबीर कादियान, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी।
1986 में दायर किया था वाद :
निदेशालय ने ग्रेड-पे में बदलाव का यह आदेश उच्च न्यायालय के आदेश बाद जारी किया था। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में इस संबंध में 1986 में वाद दायर किया गया था जिसके बाद अदालत ने सभी शारीरिक शिक्षकों को 4200 के स्थान 4600 का ग्रेड-पे देने का आदेश जारी किया था। ओमप्रकाश बनाम हरियाणा सरकार मामले में दिए आदेश के बाद यह ग्रेड-पे 1 जनवरी 2006 से लागू होनी है।
अंबाला में 171 पीटीआइ को मिलेगा लाभ :
वर्तमान में पीटीआइ को 4200
ग्रेड पे मिलता है, जबकि मास्टर ग्रेड मिलने से पीटीआइ का ग्रेड 4600 हो
जाएगा। इससे वर्तमान में पीटीआइ की हर माह औसतन चार से पांच हजार सेलरी
बढ़नी तय है। वहीं उनकी ज्वाइनिंग से लेकर वर्तमान समय तक बढ़े हुए ग्रेड
पे का एरियर भी सरकार को देना पड़ेगा। इसका लाभ सेवानिवृत्त पीटीआइ को भी
दिया जाएगा। अंबाला में 171 पीटीआइ लाभान्वित होंगे।
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