पानीपत : जमाना कंप्यूटर शिक्षा का है। कंप्यूटर लैब व एजुसेट को चलाने के
लिए स्कूलों को बिजली चाहिए। यहां तो हालात ऐसे हैं कि 33 सरकारी स्कूलों
में बिजली ही नहीं है। हालांकि सरकार ने 30 जून से पहले इन स्कूलों में
बिजली सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रलय
नई दिल्ली ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को उन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक व उच्च
विद्यालयों की सूची भेजने को कहा है, जहां बिजली नहीं है। निदेशालय ने
हरियाणा में 13 स्कूल चिह्न्ति किए जिनमें कनेक्शन नहीं है। 18 स्कूलों के
पोल पर तार तो हैं, लेकिन उससे करंट पास नहीं हो रहा।
कुछ स्कूलों के बिल
बकाया होने से कनेक्शन काट दिए गए हैं। इन स्कूलों में आइसीटी लैब दम तोड़
रही है। एमएचआरडी ने शिक्षा सचिव को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि
आधारभूत बिजली सेवा से वंचित सरकारी सीनियर सेकेंडरी व हाईस्कूलों में
कनेक्शन चालू कराने की व्यवस्था अविलंब करवाई जाए। माध्यमिक शिक्षा
निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख कर सेकेंडरी व हायर
सेकेंडरी स्कूलों की बिजली की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। सरकारी स्कूलों में
30 जून से पहले बिजली की सेवाएं बहाल कराई जाएं। शिक्षा की गुणवत्ता पर
इसका असर देखने को मिलेगा।
शून्य नामांकन वाले जींद के किसान आदर्श
विद्यालय (केएवी) पिल्लूखेड़ा में बिजली का कनेक्शन तो है, लेकिन वर्किंग
में नहीं है। इसी तरह महेंद्रगढ़ के केएवी सिरोही में बिजली का कनेक्शन
नहीं है। dj
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