चंडीगढ़ : राज्य सरकार ने करीब 6 हजार कंप्यूटर टीचर और लैब सहायकों को उनका कांट्रेक्ट खत्म करके घर भेज दिया है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांग ली है कि उन्होंने 31 मई, 2016 के बाद से सभी कंप्यूटर टीचर और लैब सहायकों को रिलीव कर दिया है। इससे पहले सरकार ने इनका कांट्रेक्ट मई, 2016 तक ही बढ़ाया था।
इन कंप्यूटर टीचरों और लैब सहायकों को पिछली कांग्रेस सरकार के समय आउट सोर्सिंग पॉलिसी के तहत प्राइवेट कंपनियों के माध्यम से स्कूलों में रखा गया था। प्राइवेट कंपनियों ने इनसे केवल ट्रेनिंग के नाम पर एडिशनल फीस ली, बल्कि इन्हें कई महीने तक वेतन भी नहीं दिया था। ये लोग पहले कई दिन तक बकाया वेतन दिलाने और प्राइवेट कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करके उन पर कार्रवाई करने की मांग करते रहे। आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने इनका बकाया वेतन का भुगतान करने के साथ ही प्राइवेट कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया था। इधर, नौकरी से हटाए गए युवाओं ने स्कूलों में गर्मी की छुटि्टयां खत्म होने के बाद आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। इससे पहले सभी विधायकों और सांसदों को समर्थन के लिए मांग पत्र दिए जाएंगे। db
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