सोनीपत : कक्षा12वीं में फिजिकल एजुकेशन सब्जेक्ट को लेकर उत्साहित होने वाले विद्यार्थियों को सीबीएसई ने करारा झटका दिया है। क्योंकि फिजिकल एजुकेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुनने वाले विद्यार्थी एक नियम की वजह से परेशान हैं। वो नियम है फिजिकल एजुकेशन के स्टूडेंट्स को रि-वेल्यूएशन का मौका ही नहीं देना। अगर किसी स्टूडेंट को लगता है कि उसके फिजिकल एजुकेशन में पांच से दस अंक बढ़ सकते हैं तो भी वो रि-वेल्यूएशन के लिए आवेदन नहीं कर सकता। कारण बताया गया कि फिजिकल एजुकेशन को प्रेक्टिकल सब्जेक्ट बताकर रि वेल्यूएशन का हक नहीं दिया गया है। जबकि इसकी परीक्षा थ्योरिटिकल होती है, सवाल में भी थ्योरी विषय लिखा रहता है।
यह होगा नुकसान
जेईई के जरिए एनआईटी और आईआईटी में एडमिशन का सपना संजोए बैठे हैं वे इस नियम की वजह से ज्यादा परेशान होंगे। वो इसलिए क्योंकि इन संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई के अंक के साथ 12वीं बोर्ड के प्रतिशत भी बेहद मायने रखते हैं। जेईई मेन के स्कोर के साथ जब सीबीएसई के अंक का नॉर्मलाइजेशन करके रैंक दी जाती है, तो फिजिकल एजुकेशन में एक नंबर कम होने पर भी रैंक बिगड़ सकती है।
21जून तक चलेगी प्रोसेस :
बोर्डकी ओर से रि वेल्यूएशन की प्रक्रिया एक जून से शुरू कर दी गई है। विद्यार्थी इसके सात दिन के भीतर डिस्प्ले और डिस्प्ले के बाद रि वेल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। रि वेल्यूएशन के रिजल्ट 21 जून तक जारी हो जाएंगे और 30 जून को जेईई एडवांस के रिजल्ट जारी किए जाने हैं।
काफी विद्यार्थियों ने लिया है फिजिकल एजुकेशन
12वीं में साइंस ग्रुप लेकर पढ़ने वाले शहर के ज्यादातर स्टूडेंट्स ने लैंग्वेज, फिजिक्स, केमेस्ट्री मैथ्स या बायो के अलावा पांचवें ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में फिजिकल एजुकेशन चुना है। यह सब्जेक्ट कम स्ट्रेस देने वाला और स्कोरिंग भी है। लेकिन बोर्ड की तरफ से पेपर जांचने में जरा भी चूक हुई तो इस सब्जेक्ट के लिए स्टूडेंट्स को रि वेल्यूएशन का मौका भी नहीं मिलता। हिंदू विद्यापीठ के फिजिकल एजुकेशन के इंचार्ज देवेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार विद्यार्थियों के लिए ज्यादा बेहतर नहीं रहा। db
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